देवास। अपराध की रोकथाम के साथ ही भटके हुए लोगों को उनके परिजनों से मिलाने में पुलिस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। गत दिवस एक मूक बधिर महिला को थैली में लिखे मोबाइल नंबर से उसके परिजनों तक पुलिस ने पहुंचाया।
जानकारी के अनुसार थाना सतवास के द्वारा प्रभात गश्त के दौरान एक अज्ञात मूक-बधिर महिला लावारिस स्थिति में घूमते हुए पाई गई। महिला को सुरक्षा की दृष्टि से थाना सतवास में लाया गया। मूक-बधिर और अशिक्षित होने के कारण महिला से उसकी पहचान या परिजनों की जानकारी प्राप्त करना संभव नहीं हुआ। महिला के पास एक कपड़े का थैला मिला, जिस पर “आदित्य एंटरप्राइजेज हरदा” लिखा था। पुलिस ने थैली में दिए गए मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया। इन नंबरों में से एक व्यक्ति विजय टाडा ने महिला की पहचान में मदद की।
उन्होंने बताया कि महिला को उन्होंने पहले देखा है। थोड़ी देर बाद उन्होंने जानकारी दी कि यह महिला ग्राम लोटिया ग्राम पंचायत तहसील हंडिया की है। संपर्क करने पर महिला के परिजनों को थाना पर बुलाया गया। तस्दीक के बाद महिला की पहचान हुई। परिजनों ने बताया कि महिला कल सुबह घर से काम पर जाने के लिए निकली थी, लेकिन वापस घर नहीं पहुंची। महिला को उसकी बहन और देवर की सुपुर्दगी में सौंप दिया गया।
सराहनीय योगदान- प्रधान आरक्षक गंगाराम नरगावे, भानू गौर, आरक्षक अनिल का सराहनीय योगदान रहा।
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