- हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे स्नान व दीपदान के लिए
देवास। कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान व दीपदान के लिए नर्मदा व शिप्रा नदी के तट पर पहुंचे। सुबह से लेकर शाम तक स्नान का क्रम चलता रहा। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद घाट पर स्थित मंदिरों में दर्शन कर मनोकामना मांगी। दान-पुण्य भी किया। शाम को हजारों की संख्या में भक्तों ने दीपदान कर पुण्यलाभ लिया।
शहर से 10 किमी दूर शिप्रा नदी में शाम होते-होते श्रद्धालु दीपदान के लिए पहुंचने लगे। ग्राम पंचायत सरपंच विश्वास उपाध्याय के मार्गदर्शन में कार्तिक पूर्णिमा के लिए नदी के घाट पर सफाई व्यवस्था की गई। रात्रि में परेशानी ना हो इसके लिए लाइटिंग भी की गई। घाट पर ही स्नान के लिए नल भी लगाए गए। पेयजल की व्यवस्था की गई। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग के स्थान निर्धारित किए गए। नाव से ऐहतियात के तौर पर गोताखोर निगरानी रखे हुए थे। शिप्रा के इंदौर जिले वाले घाट पर भी भारी भीड़ थी। दीपदान होने से नदी व घाट जगमग कर रहे थे।
मां शिप्रा नदी बचाओ समिति के राजेश बराना सहित अन्य सदस्य इस दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात थे। समिति की स्थापना वर्ष 1995 में कार्तिक पूर्णिमा पर हुई थी। अपने स्थापना दिवस पर हर साल समिति मां शिप्रा की आरती का आयोजन करती आ रही है। इस बार भी कार्तिक पूर्णिमा पर आरती की गई।
उल्लेखनीय है कि कार्तिक पूर्णिमा पर नदियों में स्नान कर दीपदान का विशेष महत्व है। जो श्रद्धालु पूरे माह दीपदान नहीं कर पाते हैं, वे इस दिन दीपदान करते हैं तो पूरे माह की तपस्या का फल मिलता है।
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