लागत बढ़ने से हर साल किसानों को हो रहा नुकसान- युवा कृषक राजपूत
देवास। सोयाबीन की खेती करने वाले किसान बढ़ती लागत और भाव कम मिलने से आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे हैं। घाटे का सौदा बनी सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6500 रुपए क्विंटल करने की सरकार से मांग मप्र शासन से सम्मानित युवा कृषक धर्मेंद्रसिंह ने की है।
उन्होंने कहा कि सोयाबीन की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाना चाहिए। खुले बाजार में भी सोयाबीन के भाव कम से कम 6000 रुपए क्विंटल से शुरू होना चाहिए। राजपूत ने बताया कि पिछले कई सालों से किसानों को सोयाबीन का लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। कभी अधिक बारिश तो कभी सूखे के कारण सोयाबीन का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। कभी इल्ली के प्रकोप से भी सोयाबीन को नुकसान होता है। किसानों के हित में सोयाबीन की खरीदी सर्मथन मूल्य पर केन्द्रों के माध्यम से की जाएं। कृषि मंडियों में भी सोयाबीन के भाव को लेकर ध्यान दिया जाए।
राजपूत ने कहा कि सोयाबीन फसल की उत्पादन लागत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, लेकिन भाव में उतार-चढ़ाव के चलते किसान को नुकसान हो रहा है। इसके लिए जरूरी है कि सोयाबीन के भाव 6500 रुपए क्विंटल किए जाए।
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