धर्म-अध्यात्म

पुरुषों में उत्तम बनना है तो प्रभु राम ने जो किया वह करना और श्रीकृष्ण ने जो कहा उसे करना होगा- संत मोहित नागर

शिप्रा (राजेश बराना)। दुख आने पर दुखी होने की बजाय भगवान का भजन करो। कष्ट में इष्ट को याद करोंगे तो संकट नहीं होगा। दुखी वही रहेगा, जिसने राम को बिसारा, जिसने दुख को भी भगवान की कृपा मान लिया, वही भवसागर से पार हो सकता है। जिसने नियम और संयम के साथ मर्यादा का पालन करते हुए भक्ति की है, वही प्रभु राम की कृपा का पात्र बनता है।
दिलीप अग्रवाल एवं परिवार द्वारा 62 कन्याओं के निशुल्क सामूहिक विवाह समारोह के संकल्प में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह के चौथे दिवस पर भागवताचार्य संत मोहित नागर ने व्यक्त किए।

उन्होंने कहा, कि चरित्र और संस्कार परिवार, समाज और राष्ट्र का उत्थान करता है। हमारे बदलते संस्कार और चरित्र हमारी सनातन परंपरा और राष्ट्र को भी गर्त में नहीं डाल दें इसी उद्देश्य को लेकर प्रभु ने यह आध्यात्मिक वातावरण निर्मित करने का अवसर प्रदान किया। उन्होंने कहा, कि श्रीकृष्ण की लीला कर्म प्रधान है। जैसा कर्म करोंगे वैसा फल मिलेगा। धर्म का पालन करते हुए श्रेष्ठ कर्म करने वाला श्रीकृष्ण की भक्ति के योग्य होता है। प्रभु राम और श्रीकृष्ण दोनों की भक्ति ही नारायण की भक्ति है। नारायण भाव के भूखे हैं।

ज्ञानी को मान सम्मान और धन मिल सकता है, किंतु श्रद्धा और विश्वास से भक्ति की तो अज्ञानी को भी नारायण मिल जाते हैं। पुराणों में वर्णित धन्ना जाट और नामदेव की कथा इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। राम की मर्यादा का पालन ही उनका भजन है। श्रीकृष्ण की लीला का चिंतन कर निर्मल भाव के साथ भक्ति करने वाला श्रेष्ठता को प्राप्त करता है। इस संसार में हमें पुरुषों में उत्तम बनना है तो प्रभु राम ने जो किया वह करना है और श्रीकृष्ण ने जो कहा है उसे करना होगा।
यहां 10 हजार से अधिक की बैठक व्यवस्था वाला पांडाल भी छोटा पड़ गया। आसपास के क्षेत्र सहित इंदौर, देवास, उज्जैन, हरदा अनेक शहरों से श्रोताओं ने आकर कथा श्रवण की। कथा में कृष्ण जन्म की सुंदर झांकी का चित्रण किया गया। आलकी की पालकी जय कन्हैया लाल की गीत से पूरा पांडाल गुंजायमान हो गया। फूलों की वर्षा हुई, टॉफी लुटाई गई, माखन-मिश्री का प्रसाद बांटा गया। समूचा वातावरण गोकुलमय हो गया था। व्यासपीठ की पूजा दिलीप अग्रवाल एवं परिवार ने की। विशेष रूप से इंदौर से एडवोकेट मुकेश तिवारी, गोविंद अग्रवाल, कल्याणमल अग्रवाल, ललित मंत्री मांगलिया, पालखंदा से भंवरलाल जाट, श्याम वर्मा, हरदा से डॉ. नारायण अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, हेमंत अग्रवाल सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे। कथा में कल श्रीकृष्ण की बाल लीला का वर्णन होगा।

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