देवास। खेतों में पराली जलाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत जिले के ग्राम बरोठा में पराली जाने वाले किसान के खेत पर पहुंचकर पहले किसान को समझाइश दी गई। मौके पर पराली को बुझाया तथा पंचनामा बनाया गया।
नायब तहसीलदार टप्पा बरोठा सुभाष सोनेरे ने बताया, कि गुरुवार को भ्रमण के दौरान ग्राम बरोठा में कृषक राधाबाई पति देवकरण के खेत पर पराली जलाई जाना पाई गई। किसान को पराली नहीं जलाने की समझाइश दी गई और जेसीबी, व ट्रैक्टर तथा ग्राम कोटवार के माध्यम से पराली की आग पर काबू पाया गया। नायब तहसीलदार ने किसानों को बताया, कि नरवाई जलाने से खेत की मिट्टी की उर्वरा शक्ति नष्ट होती है तथा पर्यावण को भी क्षति होती है। फसल उत्पादन भी कम होता है, नरवाई नहीं जलानी चाहिए। इसके स्थान पर वैकल्पिक साधनों का प्रयोग कर नरवाई को कम्पोस्ट के रूप में प्रयोग करें। मौके पर स्थानीय कृषक हल्का पटवारी व कोटवार उपस्थित थे।
नायब तहसीलदार श्री सोनेरे ने बताया, कि राज्य शासन द्वारा जारी निर्देश के अनुक्रम में तथा कलेक्टर ऋषव गुप्ता व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व देवास के निर्देश अनुसार नरवाई (पराली) में आग लगाने की घटना को नियंत्रित करने के लिए जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में बरोठा क्षेत्र में किसानों के मध्य चेतना फैलायी जा रही है तथा नरवाई जलाने की सूचना प्राप्त होने पर दंडात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है। पर्यावरण का संरक्षण करें तथा नरवाई न जलाकर पर्यावरण को संरक्षित करने में अपना योगदान दें।
Leave a Reply