परशुराम जयंती पर विशेष: समाज को संगठित करने के उद्देश्य हुई थी अभा ब्राह्मण महासंघ की स्थापना

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  • देवास शहर में 50 हजार से अधिक है विप्रजन, जनप्रतिनिधियों के चयन में होती है महत्वपूर्ण भूमिका

– उच्च प्रशासनिक पदों के साथ राजनीति में भी दिखा रहे हैं अपनी कार्यकुशलता, 8 मई को निकलेगी शौर्ययात्रा

देवास। राजराजेश्वर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव विप्रजनों द्वारा उत्साह के साथ मनाया जाएगा। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ के सदस्य आयोजन को भव्यता से मनाने के लिए जोरशोर से तैयारी कर रहे हैं। भगवान परशुराम के जन्मोत्सव पर तीन मई को चाणक्यपुरी स्थित मंदिर में स्थापित भगवान की मूर्ति पर माल्यार्पण व हवन-पूजन किया जाएगा। साथ ही 8 मई को शौर्य यात्रा निकाली जाएगी। इसके लिए समाज के घर-घर जाकर आमंत्रण पत्र वितरित किए जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ की स्थापना ब्राह्मण समाज को संगठित करने के उद्देश्य से वर्ष 1984 में की गई थी। स्थापना में वैणीमाधव मिश्रा, मदनलाल शर्मा, ओपी तिवारी, वीके तिवारी, माधवराव कानूनगो, डॉ. जगदीश जोशी, हरिनारायण शर्मा, गोपाल जोशी, इंद्राणी शर्मा सहित अन्य वरिष्ठों का योगदान रहा। वर्तमान में अभा ब्राह्मण महासंघ में 80 सदस्यों की कार्यकारिणी है। इनमें सहयोगी संस्थाओं के रूप में ब्रह्म बंधुत्व, मां विन्ध्यवासिनी, सर्व ब्राह्मण महिला मंडल भी शामिल है। वर्तमान में अध्यक्ष के रूप में पं. संजय शुक्ला महासंघ की बागडौर को कुशलता से संभाले हुए हैं। पं. श्री शुक्ला के नेतृत्व में वर्षभर विविध सामाजिक व धार्मिक गतिविधियां महासंघ द्वारा आयोजित की जा रही है।

कोरोना काल में घर-घर जाकर की मदद-

कोरोना काल के विकट समय में भी महासंघ ने अपने सामाजिक दायित्व का बखूबी निर्वाहण किया। महासंघ ने 632 परिवारों तक राशन पहुंचाने में सहयोग किया। अध्यक्ष पं. शुक्ला मेडिकल व्यवसाय से भी जुड़े हैं, ऐसे समय में बड़ी संख्या में समाजजनों को उन्होंने दवाई-इंजेक्शन आदि उपलब्ध करवाने में हरसंभव मदद की। अध्यक्ष श्री शुक्ला बताते हैं कि वह विकट परिस्थिति थी। हमारे पास लगातार मदद के लिए फोन आते रहते थे। बीमारी का प्रकोप जब अपने चरम पर था, तब हमने घर-घर जाकर समाज सदस्यों को राशन उपलब्ध करवाया। कई बीमारों तक रेमडीसिविर इंजेक्शन पहुंचाए व आर्थिक सहायता की। इस पूरे कार्य में महासंघ के सदस्यों का भी भरपूर सहयोग रहा।

मालवा क्षेत्र की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित है देवास में-

देवास शहर के चाणक्यपुरी में रंगनाथ राधाकृष्ण मंदिर में आराध्य देव भगवान परशुराम की 11 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। यह प्रतिमा पीतल से निर्मित है। समाज की चंदा शर्मा ने स्वयं के खर्च से यह प्रतिमा स्थापित करवाई। मालवा क्षेत्र में भगवान परशुराम की इतनी ऊंची प्रतिमा और कहीं पर नहीं है। आगामी तीन मई अक्षय तृतीया पर यहां हवन-पूजन के आयोजन होंगे। महासंघ ने भी हवन-पूजन व महाआरती का आयोजन सुबह 8.30 बजे से रखा है।

विप्रजनों की एकजुटता पर जोर-

अभा ब्राह्मण महासंघ ने स्थापना के बाद से ही विप्रजनों को एकजुट करने का प्रयास प्रारंभ किया। आज समाज के 80 से अधिक वर्ग महासंघ के नेतृत्व में सामाजिक, राजनीतिक, प्रशासनिक आदि क्षेत्र में प्रगति के पथ पर तेजी से अग्रसर है। बड़ी संख्या में विप्रजन उच्च प्रशासनिक पदों पर सुशोभित हैं। राजनीति की बात करें तो समाज के चंद्रभाष शेखर एवं शंकर कानूनगो विधायक रह चुके हैं। समाज के वरिष्ठ सुभाष शर्मा नगर निगम अध्यक्ष सहित महापौर रह चुके हैं। इन्होंने अपनी कार्यकुशलता से शहर विकास में श्रेष्ठ कार्य किए। देवास में विप्रजनों की संख्या 50 हजार से अधिक है और इनमें 30 से 35 हजार वोटर है, जो जनप्रतिनिधियों के चयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहे हैं।

8 मई को निकलेगी शौर्ययात्रा-

अभा ब्राह्मण महासंघ वर्षों से भगवान परशुरामजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में शौर्ययात्रा निकालते आ रहा है। इस वर्ष भी 8 मई को शौर्ययात्रा निकाली जाएगी। शौर्ययात्रा सयाजी द्वार मल्हार स्मृति मंदिर से शाम 5.30 बजे प्रारंभ होगी। मुख्य मार्गों से होते हुए शौर्ययात्रा का समापन जवाहर चौक पर होगा। मार्ग में जगह-जगह विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा विप्रजनों का स्वागत किया जाएगा। अध्यक्ष श्री शुक्ला, युवा संघ के अध्यक्ष पं. महेंद्र व्यास, महिला मंडल अध्यक्ष यशोदा शर्मा, महामंत्री पं. दिनेश मिश्रा, पं. सतीश दुबे ने समाजजनों से अपील करते हुए कहा कि प्रतिवर्ष हम आराध्य देव भगवान परशुरामजी के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में शौर्ययात्रा का आयोजन करते आ रहे हैं। शौर्ययात्रा से सामाजिक समरसता व एकता में वृद्धि होती है, इसलिए अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों।

महासंघ के सहयोगी उपवर्ग-

श्री गौड़ ब्राह्मण समाज, आध्य गौड़ ब्राह्मण समाज, गुुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज, औदुम्बर ब्राह्मण समाज, औदिच्य ब्राह्मण समाज, जिझोतिया ब्राह्मण समाज, कान्य कुब्ज ब्राह्मण समाज, सरयुपारी ब्राह्मण समाज, आद्य गौड़ बावीसा ब्राह्मण समाज, शेकवाल ब्राह्मण समाज, नागर ब्राह्मण समाज, नार्मदीय ब्राह्मण समाज, खंडेलवाल ब्राह्मण समाज, अग्निहोत्री ब्राह्मण समाज, मालवा मंडल श्री गौड़ ब्राह्मण समाज, पालीवाल ब्राह्मण समाज, सनाढ्य ब्राह्मण समाज, दाधीच ब्राह्मण समाज।

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