,

समाज को दिशा प्रदान करती गायत्री की अनोखी विवाह पत्रिका

Posted by

Share

– बेटी, प्रकृति, संस्कृति, शिक्षा की महत्ता पत्रिका में बखूबी रेखांकित

देवास। शादी की एक पत्रिका सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। दरअसल, देवास जिले के बागली तहसील के ग्राम मालीपुरा के शिक्षक बालूसिंह मुवेल ने अपनी बेटी गायत्री के विवाह की पत्रिका को अनोखे अंदाज से बनवाया है। पंचतत्व आग, पानी, वायु, पृथ्वी, आकाश तथा आदिवासी पूर्वजों को साक्षी मानते हुए गायत्री की इस विवाह पत्रिका के माध्यम से समाज और देश में संदेश देने की कोशिश की है कि पारंपरिक रीति-रिवाज, भाषा, बोली, संस्कृति, सभ्यता को बचाना क्यों जरूरी है। पत्रिका में बेटी बचाओ, बिजली बचाओ, प्रकृति बचाओ, संस्कृति बचाओ जैसे सुवाक्यों को उल्लेखित करते हुए इनके संरक्षण, संवर्धन का आह्वान किया गया है। बेटी जिंदगी के बगीचे की सबसे सुंदर फूल होती है। भले ही एक रोटी कम खाओ, लेकिन अपने बच्चों को जरूर पढ़ाओ जैसे शिक्षाप्रद एवं अनुकरणीय स्लोगनों के साथ ही विवाह पत्रिका में आदिवासी भाषा में पारंपरिक गीत भी लिखे गए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता राकेश देवड़े बिरसावादी द्वारा डिजाइन की गई गायत्री की वैवाहिक पत्रिका में मांदल की थाप पर आदिवासी नृत्य करते हुए जनजाति बंधु आकर्षण का केन्द्र है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *