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सिरोल्या, बरोठा व आसपास के क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती

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– कई घंटों की कटौती से ग्रामीणों में नाराजगी, शीघ्र समस्या निवारण नहीं होने पर बिजली विभाग के घेराव की दी चेतावनी

सिरोल्या (अमर चौधरी)।

जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर पर स्थित सिरोल्या, बरोठा व आसपास के गांवों में अघोषित घंटों बिजली कटौती से ग्रामीणों का इन दिनों बुरा हाल है। यहां दिनभर बिजली ट्रिपिंग हो रही है। इसका कोई संतोषजनक जवाब बिजली कंपनी की ओर से उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है। आलम यह है कि बरोठा क्षेत्र के सिरोल्या सहित आसपास के 25 गांवों में विगत तीन दिन से बिजली कटौती जारी है। 5 अप्रैल से 8 अप्रैल तक दिन में 3 घंटे एवं रात में 4 घंटे से अधिक समय तक बिजली कटौती हुई। बिजली कटौती के चलते रात में मच्छरों की भरमार बढ़ रही है एवं लोगों पर इसका बुरा असर हो रहा है। जनपद सदस्य मुकेश चौधरी ने उच्चाधिकारियों तक बात रखते हुए कहा कि कटौती को लेकर अधिकारियों से शीघ्र निवारण होने का आश्वासन मिला है।

कांग्रेस नेताओं ने मोर्चा खोलते हुए कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र में बिजली विभाग का सौतेला व्यवहार चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में कटौती चरम पर है। ब्लाॅक कांग्रेस बरोठा अध्यक्ष बाबूलाल चौधरी ने बताया कि विभागीय कार्यालय में इसका पता किया तो पाया गया कि लोड शेडिंग के कारण बिजली कटौती हो रही है। रात में कैसी शेडिंग हो रही है समझ से परे है। अगर 3 दिन में समस्या का निवारण नहीं होता है तो हाटपिपल्या विधानसभा उम्मीदवार राजवीरसिंह बघेल के साथ बरोठा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बाबूलाल चौधरी के नेतृत्व में देवास-बरोठा मार्ग पर कांग्रेसजन चक्काजाम करेंगे। बिजली विभाग का घेराव भी किया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि फिलहाल खेती-किसानी में भी बिजली की खपत नहीं हो रही है। 3 दिन में निराकरण नहीं हुआ तो आंदोलन होगा। श्याम सेठ, पीपी सेठ, विष्णु चौधरी, राजेंद्र चौधरी, राकेश खिरनी, योगेश, रोहित भारती आदि ने अघोषित कटौती बंद करने की मांग की है।

केबल भी आएदिन टूटती है-

मध्यप्रदेश कांग्रेस सचिव बलराम चौधरी मिर्जापुर ने बताया कि अघोषित बिजली कटौती से जन सामान्य परेशान है। गर्मी में पारा 40 डिग्री पार हो चुका है। बिजली कटौती होने पर हम जब बिजली विभाग के कर्मचारियों से संपर्क करते हैं तो कोई संतुष्टिपूर्वक जवाब नहीं मिलता। ग्रामीण क्षेत्रों में लगी पुरानी (केबल) आएदिन टूटती रहती हैं। बिजली के खम्भों के तार भी बहुत पुराने हो चुके हैं। सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं हैं। बल्कि बिलों की राशि आएदिन बढ़ाई जा रही है, जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं।

ऊर्जा मंत्री को समस्या बताएंगे-

किसान नेता मुकेश बंदावाले ने बताया कि कटौती की स्थिति निर्मित हो रही है। जब शासन की ओर से सभी को आदेश है कि 24 घंटे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली दी जाए लेकिन विद्युत कंपनी द्वारा अपनी मनमानी से सरकार को बदनाम किया जा रहा है। अगर कटौती का प्लान आएगा तो पूरे प्रदेश के लिए आएगा। तापमान 40 डिग्री से ऊपर जा रहा है, जिससे रात में मच्छरों का शिकार होना पड़ रहा है। दिन में बिजली आंख-मिचौली कर रही है। उच्च अधिकारियों की तानशाही से ग्रामीण त्रस्त है। शीघ्र ही ऊर्जा मंत्री को समस्या से अवगत करवाएंगे।

सीधी बात –

बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना-

कटौती को लेकर हम उच्च अधिकारियों तक बात रख रहे हैं-

सब जगह कटौती चल रही है। पूरे मालवा अंचल में स्थिति ऐसी ही है। सप्लाय बंद करना हमारे अधिकार में नहीं है। ऊपर से बिजली बंद होती है। लोड शिफ्टिंग में हो रही कटौती निवारण को लेकर उच्च अधिकारियों से बात कर रहे हैं।– सिरोल्या जेई, हरिओम शाह।

लोड शिफ्टिंग के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। बिजली कटौती को लेकर हम उच्च अधिकारियों तक बात रखेंगे। शीघ्र समस्या का निवारण हो ऐसा प्रयास कर रहे हैं।– डीई देवास ग्रामीण, जितेंद्र भारतीय।

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