इस बार के चैत्र नवरात्र 2 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। चैत्र नवरात्र में देवी मां के अलग-अलग स्वरूप के पूजन-अर्चन करने से विभिन्न प्रकार के कुंडली में मौजूद समस्त दोषों का शमन हो जाता है जैसे कालसर्प दोष, पितृ दोष विष दोष, ग्रहण दोष इत्यादि।
इन प्रकार के दोषों के कारण जातक को आर्थिक, मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन सभी दोषों से बचने के लिए आप सभी जातक महाकाली के इस मंत्र का नियमित 9 दिनों तक जाप करें। 108 बार सुबह-शाम दक्षिण दिशा में मुख करके *काली पञ्च बाण*
यह स्वयं में सिद्ध मन्त्र है। बस विश्वास और श्रद्धा से जप करें। अगर किसी को रोजगार प्राप्ति या अपने व्यवसाय में कुछ परेशानी आ रही हो तो वो खत्म हो जायेगी।
मन्त्र
*प्रथम बाण*
ॐ नमः काली कंकाली महाकाली
मुख सुन्दर जिए ब्याली
चार वीर भैरों चौरासी
बीततो पुजू पान ऐ मिठाई
अब बोलो काली की दुहाई !
*द्वितीय बाण*
ॐ काली कंकाली महाकाली
मुख सुन्दर जिए ज्वाला वीर वीर
भैरू चौरासी बता तो पुजू
पान मिठाई !
*तृतीय बाण*
ॐ काली कंकाली महाकाली
सकल सुंदरी जीहा बहालो
चार वीर भैरव चौरासी
तदा तो पुजू पान मिठाई
अब बोलो काली की दुहाई !
*चतुर्थ बाण*
ॐ काली कंकाली महाकाली
सर्व सुंदरी जिए बहाली
चार वीर भैरू चौरासी
तण तो पुजू पान मिठाई
अब राज बोलो
काली की दुहाई !
*पंचम बाण*
ॐ नमः काली कंकाली महाकाली
मख सुन्दर जिए काली
चार वीर भैरू चौरासी
तब राज तो पुजू पान मिठाई
अब बोलो काली की दोहाई !
*विधि*:- माँ काली के सामने धूप/अगरबती जलाकर 108 बार सुबह और शाम को जप करें।
सभी प्रकार की समस्याओं के लिए आप संपर्क कर सकते हैं। कृपया अपॉइंटमेंट लेकर ही मिले।
सिद्धिविनायक ज्योतिष एवं वास्तु शोध केंद्र एस्ट्रोलॉजर नितिन मूंदड़ा 999 3 3 5 6904
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