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दिव्यांग हौसलों से मंजिल तक पहुंचकर समाज के लिए बनते हैं प्रेरणा

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बागली। दिव्यांग अपूर्ण नहीं बल्कि विशेष अंग वाले होते हैं। जो हौसलों के साथ मंजिल तक पहुचते हैं और समाज के लिए प्रेरणा बनते हैं।

उक्त विचार जनपद शिक्षा केंद्र में विश्व दिव्यांग दिवस के एक दिन पूर्व दिव्यांग सप्ताह की शुरुआत करते हुए विकासखंड के शासकीय अध्ययनरत दिव्यांग बच्चों की आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं के पुरस्कार वितरण के दौरान मंचीय अतिथियों ने व्यक्त कर उपस्थित दिव्यांगों का हौसला बढ़ाया। समारोह में अतिथि के रूप में बीआरसी एचएल बर्मन, सीएम राइज के प्राचार्य अय्यूब खान, संकुल प्राचार्य वासुदेव जोशी, वरिष्ठ दिव्यांग शिक्षक देवेंद्रसिंह बैस आदि उपस्थित थे। आमंत्रित अतिथियों का स्वागत एमआरसी प्रफुल्ल द्विवेदी, बीएसी बुरहान बोहरा, बहादुर बदुरिया, नवभारत साक्षरता ब्लाॅक समन्वयक सुभाष मालवीय, जनशिक्षक इंदर गोठी, जालमसिंह नागर, सह समन्वयक शीला राठौर, नेहा श्रीवास्तव, रानी पांचाल, राजेंद्र टोंडर, मालती डामोर, अलकेश पाटीदार, दीपक परिहार, रमेशचंद्र सोलंकी आदि ने पुष्पमाला पहनाकर किया। दिव्यांगो की रंगोली, चित्रकला, गायन, नृत्य प्रतियोगिता के साथ 100 मीटर दौड़ और नींबू रेस आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इसमें 50 से ज्यादा चयनित बच्चों ने सहभागिता की। सभी सहभागी बच्चों को लंच बाॅक्स व पानी की बाटल देकर पुरस्कृत किया गया। दिव्यांग बालक गोलू, अक्षय, ऐश्वर्या का सम्मान किया गया। सुभाष मालवीय व उषा मालवीय ने आकर्षक नृत्य करने वाली दिव्यांग बालिका को अपनी ओर से ड्रेस देकर सम्मानित किया। शिक्षिका पूजा परमार ने बालगीत प्रस्तुत किया। खेल शिक्षक राहुल कोरी ने खेल गतिविधियों को पूर्ण करवाया।

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