देवास। गीता जयंती- तुलसी पूजन कार्यक्रम इस वर्ष केलादेवी मंदिर में बड़ा आयोजन करके प्रारंभ किया गया। इसका उद्घाटन मन्नूलाल गर्ग के द्वारा आरती करके किया गया। पूजन कार्यक्रम समिति के विद्वान बीडी जामनेरा ने करवाया।
सर्वप्रथम तुलसी पूजन किया गया। उसके पश्चात गीता पाठ का आयोजन हुआ तथा बाद में आशा रामायण का पाठ हुआ। पाठ के पश्चात सभी साधकों ने, विशेषकर बहनों ने तुलसीजी का पूजन कर सात-सात परिक्रमा लगाई। उसके पश्चात भाइयों ने भी पूजन करके परिक्रमा लगाई। कार्यक्रम का आयोजन देश विदेश में पूज्य संत आसाराम बापू की प्रेरणा से श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा किया जाता है। देवास में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी पखवाड़ा का प्रारंभ एकादशी गीता जयंती से प्रारंभ होकर 25 दिसंबर तुलसी पूजनदिवस तक जारी रहेगा। इसके अंतर्गत भाई-बहनों के घर पर, मंदिरों में एवं विद्यालय में गीता जी का एवं तुलसी पूजन का कार्यक्रम किया जाएगा।
पूर्णिमा के दिन रविवार को जामगोद आश्रम में पूजन-दर्शन कार्यक्रम के अंतर्गत किया जाएगा। उस दिन दोपहर 3 बजे से यह कार्यक्रम रंजना निगम के यहां रॉयल होम्स विकास नगर पर किया जाएगा। 22 दिसंबर को पूजन कार्यक्रम अनीता अनुप गुहा के यहां रहेगा।शुभारंभ कार्यक्रम गुरु वाटिका में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसमें सभी भाई-बहनों ने मिलकर पूरी वाटिका को गुब्बारे, बैनर, हारफूल आदि से सजा दिया गया था। बीच में विशेष टेबल मंच पर गुरुदेव का श्री चित्र, गीता जी एवं तुलसीमाता का गमला विशेष शोभायमान हो रहा था। सभी भाई-बहन पूजन एवं आशा रामायण पाठ में तल्लीनता से लगे हुए थे। आरती करके प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम की पूर्णाहुति हुई।
उक्त जानकारी देते हुए सुनंदा पाटिल ने बताया कि देवास में प्रतिवर्ष गुरुदेव की प्रेरणा से गीता जयंती तुलसी पूजन पखवाड़ा मनाया जाता है। इसी कड़ी में 25 दिसंबर को स्थानीय खेड़ापति मंदिर एमजी रोड पर 551 तुलसीजी के पौधों का वितरण विशेष अतिथि के सानिध्य में किया जाएगा।
तत्पश्चात शहर के विशिष्ट प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को तुलसी के गमले उनके निवास अथवा कार्यालय पर जाकर भेंट किये जाएंगे। उसी दिन तुलसी पूजन कार्यक्रम भी होगा। इसी तरह 25 दिसंबर बुधवार को पखवाड़ा की पूर्णाहुति होगी।
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