– लोक गीतों से गुंजायमान हुआ घाट
देवास। अखिल भारतीय पूर्वोत्तर समाज के लोगों के द्वारा मनाए जाने वाले छठ महापर्व में आज अस्तगामी सूर्य देवता को विधिवत रूप से अर्घ्य दिया गया।
पूर्वोत्तर भारतीय समाज समिति के अध्यक्ष प्रकाश सिंह एडवोकेट ने बताया कि विधिवत रूप से बनाए गए ठेकुआ प्रसाद और अन्य फल, मेवा, मिष्ठान, गन्ना, केला आदि को सूप में रखकर परिवारजन और व्रत करने वाले लोगों द्वारा सूर्य भगवान का अस्तगामी स्वरूप को देखते हुए दूध और जल से अर्घ्य दिया गया। मीठा तालाब देवास पर महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल भी पूजन अर्चन में सम्मिलित हुए एवं छठ महापर्व पर बधाई दी। व्रत करने वालों ने खरना प्रसाद ग्रहण करने के पश्चात 36 घंटे निर्जला उपवास किया है। आज दिनभर अन्न, जल, फलाहार कोई भी पदार्थ का ग्रहण नहीं किया गया। कल सुबह उगते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के पश्चात ही कुछ ग्रहण किया जाएगा।
अमोना निवासीगण परिवार सहित रातभर शिप्रा नदी के घाट पर ही रहेंगे तथा इन लोगों के द्वारा घाट नहीं छोड़ा जाता है और सुबह अर्घ्य देने के पश्चात ही ये सभी लोग अपने-अपने घर वापस जाएंगे। अमोना निवासी महिलाएं, बच्चे सहित उपस्थित होते हैं और रातभर परिवार और बच्चे सहित वहीं पर रहते हैं। जिन लोगों के द्वारा कोई मन्नत भी मांगी जाती है वह व्यक्ति भी रातभर घाट पर रहकर सुबह गीले वस्त्र में पानी में खड़े होकर विधिवत रूप से भगवान सूर्य देव का ध्यान करते हुए अर्घ्य देंगे। स्थल पर भगवान का पूजन और घर में देवी देवता का पूजन करने के उपरांत प्रसाद या कोई अन्य जल ग्रहण किया जाएगा। व्रत करने वाले में अधिकांश महिलाएं रहती हैं परंतु कुछ पुरुष भी छठ महापर्व में व्रत रखते हैं। शिप्रा नदी तट पर दोनों ओर लोग मौजूद थे, जिन्होंने विधिवत रूप से अर्घ्य दिया। इस अवसर पर नवनीत किशोर, विजय प्रताप सिंह, अमोना निवासी रजत तिवारी, देवकुमार तिवारी, फूलकुमारी देवी, बालगढ़ निवासी संजय सिंह, मीठा तालाब पर अजय सिंह, हेमंतकुमार सिंह, नीतू सिंह, प्राची सिंह आदि महिलाएं उपस्थित थीं।
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