– खेत तक पहुंचने के लिए दो तारों से बनाया शॉर्टकट रास्ता
देवास। जिले की सोनकच्छ विधानसभा के पटाड़िया ताज व बेराखेड़ी गांव के किसान अपनी जान जोखिम में डालकर खेतों में जाते हैं। इनके खेत के रास्ते में कालीसिंध नदी का बेकवॉटर पड़ता है, जो बारिश में तेज बहाव से बहता है। बेकवॉटर को पार करने के लिए किसान सिंगल तार का उपयोग कर रहे हैं। इन्होंने पुल न होने से दोनों ओर तार बांध रखे हैं और इसके सहारे बेकवॉटर को पार कर रहे हैं। महिलाएं और बुजुर्ग किसान भी इसी तार के सहारे बेकवॉटर को पार करते हैं।
उल्लेखनीय है, कि पटाड़िया ताज व बेराखेड़ी के दो दर्जन से अधिक किसानों के खेत बेकवॉटर के पार है। इन्हें बारिश के दिनों में बहुत अधिक परेशानी आती है। वैसे खेत पर पहुंचने के लिए तीन किमी दूर कच्चा रास्ता है, लेकिन वहां भी बारिश के दिनों में कीचड़ फैलता है। किसान आमतौर पर यह नाला पार कर जल्द ही खेत पर पहुंच जाते हैं। खेत पर जाने के लिए नाले पर कोई पुलिया नहीं है। यह नाला बारिश के दिनों में तेजी से बहता है और आगे कालीसिंध नदी में मिलता है। नाले को तार से पार करते वक्त किसानों को डर बना रहता है।
गिरने से हाथ भी फैक्चर हुआ-
पटाड़िया ताज के सुरेश सिंह ने बताया कि तार से चलते वक्त गिरते भी हैं, लेकिन तैरना आता है इसलिए कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। हमने जनप्रतिनिधियों से कहा कि हमारे यहां पुल बना दो, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।
राजूबाई ने बताया कि हमें खेत पर जाना पड़ता है तो हमारी मजबूरी है। मुझे तो तैरना भी नहीं आता है। मैं गिर भी चुकी हूं, जिससे मेरा हाथ फैक्चर हो चुका है। एक अन्य महिला कृषक ने बताया कि तार पर चढ़कर जाते हैं तो डर लगता है, लेकिन क्या करें मजबूरी है। खेत पर तो जाना ही है, सोयाबीन निकालना है। तार के सहारे जाते हैं।
ग्रामीणों ने गुहार लगाईं है कि जल्द ही पुलिया का निर्माण किया जाए ताकि आने वाले समय में किसी प्रकार का कोई हादसा न हो और किसान अपने खेतों तक आसानी से पहुंच सके।
शॉर्टकट का रास्ता बंद करवाएंगे-
इस संबंध में एडीएम प्रवीण फुलपगारे का कहना है कि पटाड़िया ताज व बेराखेड़ी गांव के बीच कालीसिंध नदी का बेकवॉटर है। पटाड़ियाताज के किसानों की जमीन बेराखेड़ी गांव में है। यही दो किमी दूर से रास्ता बना हुआ है, उन्हें वहां से जाना चाहिए। आज हमारी टीम ने वहां जाकर उन्हें हिदायत दी है कि ऐसा ना करें। हम जोखिमभरा रास्ता बंद करवाएंगे।
इधर जानकारी लगते ही प्रशासन ने रात्रि में ही शॉर्टकट रास्ता बनाने के लिए नाले के ऊपर बांधे तार कटवा दिए।
Leave a Reply