घर से निकलते हैं स्कूल का कहकर, पहुंच जाते हैं खतरनाक जगह पर
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। पर्याप्त बारिश होने से इन दिनों आस-पास के कुएं-बावड़ी एवं तालाब लबालब भरे हुए हैं। कई स्थानों पर नालों में बने स्टापडेम भी लबालब भर गए हैं। इन भरे हुए जल स्रोतों में छोटे-छोटे बच्चे एवं स्कूली विद्यार्थी जान जोखिम में डालकर नहाते हुए नजर आ रहे हैं। इन खतरनाक स्थानों पर बच्चे बेरोकटोक आते-जाते हैं। ऐसे में हादसे की आशंका बनी हुई है।
पानी से भरे नदी-नालों में छोटे बच्चे नहाते हैं। इनमें अधिकतर संख्या स्कूली बच्चों की रहती है, जो घर से स्कूल जाने का कहकर निकलते हैं, लेकिन रास्ते में अन्य बच्चों के साथ ऐसी खतरनाक जगह पर नहाने चले जाते हैं। विगत वर्ष भी पांच से अधिक ऐसी घटनाएं घटी थी, जिनमें नहाने गए बच्चे पानी में डूबकर मर गए, लेकिन माता-पिता यह सोचते रहे कि वह स्कूल गए हैं, ढूंढने पर उनकी लाश हाथ में आई। क्षेत्र में कई सार्वजनिक स्थानों पर भी इस प्रकार के दृश्य दिखाई देते हैं।
भोमियाजी मंदिर के सामने बने स्टॉप डेम में अक्सर बच्चे स्कूल का कहकर निकलते हैं और नहाते हुए दिखाई देते हैं। मंदिर के पुजारी विद्याधर वैष्णव ने इस संबंध में बागली थाने पर शिकायत भी की है, लेकिन नादान बच्चे यहां अक्सर नहाते दिखाई देते हैं जो कभी भी खतरानक बन सकता है।
नहाते हुए दिखाई देने पर करेंगे कार्रवाई-
इस संबंध में बेहरी के शासकीय माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक भगवानसिंह पिंडोरिया ने बताया कि यदि स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थी ऐसी खतरनाक जगह पर स्कूल समय में नहाते दिखाई दिए तो कार्रवाई करेंगे। ऐसे बच्चों के माता-पिता को भी जानकारी दी जाएगी।
थाना बागली के सब इंस्पेक्टर बीट प्रभारी अहमद कुरैशी का कहना है कि मोबाइल पर सूचना आती है कि स्कूली बच्चे खतरनाक स्थानों पर नहा रहे हैं तो हम तुरंत ही पुलिस जवानों को पहुंचाते हैं। जिस दिन बच्चे नहाते हुए मिले, तो पालकों को बुलाकर कार्रवाई करेंगे।
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