सोनकच्छ। सेवा, सदाचार और त्याग कूट-कूट कर भरा है माहेश्वरी समाज में।
यह बात सोनकच्छ में रविवार को आयोजित, देवास जिला माहेश्वरी सभा के अभिनंदन एवं पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्य अतिथि माया माहेश्वरी प्रधान आयुक्त आयकर ने अपने उद्बोधन में कही। समारोह की अध्यक्षता राधेश्याम माहेश्वरी प्रिंसिपल कमिश्नर जीएसटी भोपाल ने की।
अतिथियों का स्वागत जिला सभा व स्थानीय सोनकच्छ माहेश्वरी समाज द्वारा किया गया। कार्यक्रम में पश्चिमांचल प्रतिनिधियों ने अतिथियों को बेच लगाया। अतिथियों व देवास जिला सभा अध्यक्ष कैलाश डागा, पूर्व जिला अध्यक्ष सत्यनारायण लाठी, मुरलीधर मानधन्या, राजेश धूत व माहेश्वरी समाज सोनकच्छ अध्यक्ष नरेंद्र छापरवाल, सचिव अनिल दरक के द्वारा भगवान महेश के चित्र का पूजन कर, दीप प्रज्वलन किया गया। महेश वंदना मनीषा लाठी, रूपाली दरक, माही छापरवाल व श्वेता मूंदडा ने की। स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष कैलाश डागा ने दिया। जिला मंत्री
प्रकाश मंत्री ने कार्यक्रम की रूपरेखा व जिला सभा द्वारा अभी तक किए गए कार्यों की जानकारी दी गई।
समारोह में अतिथियों द्वारा 22 जनवरी को रामलला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर जिले के सात लोगों ने रंगोली व साज सज्जा की थी, उन्हें मेमोंटो प्रदान किया गया।
महेश नवमी 2024 पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के पुरस्कार विजेताओं को दिए गए।
प्रभात फेरी/शोभायात्रा में प्रथम पुरस्कार देवास माहेश्वरी समाज को 8 हजार एक रुपए का, द्वितीय पुरस्कार माहेश्वरी समाज कांटाफोड़ 5 हजार एक रुपए का, तृतीय पुरस्कार माहेश्वरी समाज लोहारदा 3 हजार एक रुपए, भगवान महेश की आरती व अभिषेक प्रतियोगिता में माहेश्वरी समाज देवास 6 हजार एक रुपए, द्वितीय माहेश्वरी समाज कांटाफोड़ 5 हजार रुपए एक, माहेश्वरी समाज लोहारदा 3 हजार एक रुपए का पुरस्कार प्राप्त किया।
मारवाड़ी वेशभूषा पहनने पर सप्तनिक राजेश होलानी को 3 हजार एक रुपए, द्वितीय 2 हजाए एक रुपए आशा संजय भूतडा, महेश वंदना पर नृत्य प्रथम पुरस्कार माहेश्वरी समाज कांटाफोड़ को 4 हजार एक रुपए, माहेश्वरी समाज कन्नौद द्वितीय 3 हजार एक रुपए व माहेश्वरी समाज भौंरासा 2 हजार एक रुपए देकर पुरस्कृत किया गया।
पूर्व जिलाध्यक्ष सत्यनारायण लाठी, मूरलीधर मानधन्या, राजेश धूत को उत्कृष्ट कार्य के लिए
अभिनंदन पत्र, मोमेंटो, शाल देकर सम्मानित किया गया।
माया माहेश्वरी ने संबोधित करते हुए कहा कि, माहेश्वरी समाज शिव के वंशज है। समाज पहले क्षत्रिय थी लेकिन किसी कारणवश एक संत ने उन्हें श्राप दे दिया था। जिसके कारण समाज ने परेशानी उठाई, लेकिन भगवान शिव ने समाज को क्षत्रियता हटाते हुए उन्हें वैश्य का नाम दिया। भगवान शिव ने हाथों से तलवार लेते हुए समाज के लोगों को तराजू व कलम दिए। माहेश्वरी समाज एक ऐसा समाज है कि, जिसमें इतना अपनत्व है कि विश्व में जहां भी जाते है लोगों को अपना बना लेते है।
राधेश्याम माहेश्वरी ने संबोधित करते हुए कहा कि, हमारे समाज को सबसे बड़ा श्रेय जो जाता है वो आत्मीयता को जाता है। हमारे समाज के लोग जिससे मिलते है आत्मीयता से मिलते हैं। हमारा समाज भले ही संख्या में कम है लेकिन देश की अर्थव्यवस्था में हमारा बहुत बड़ा योगदान है।
कार्यक्रम में देवास जिला माहेश्वरी सभा की ओर से निराश्रित महिलाओं को जो सहयोग दिया जा रहा है उसमें 12 परिवारों ने अपनी अपनी ओर से 12-12 हजार रुपए की राशि प्रदान की।
कार्यक्रम में कई समाजजनों ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में मनोहर राठी को किराना व्यापारी संघ में 25 वर्षों से नेतृत्व के लिए उनका सम्मान किया। इस समारोह में जिलेभर के लगभग 200 सदस्य मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन पूर्व जिलाध्यक्ष मूरलीधर मानधन्या ने किया। आभार अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा कार्यकारी मंडल सदस्य नरेंद्र छापरवाल ने माना। राष्ट्रगान तृप्ति लाहोटी ने गाया।
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