नेशनल लोक अदालत में 3 हजार 597 प्रकरणों का निराकरण हुआ, 19 करोड़ 26 लाख रुपए के अवार्ड पारित

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देवास। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास अजय प्रकाश मिश्र के मार्गदर्शन में जिले के समस्त न्यायालयों में वृहद स्तर पर इस वर्ष की तृतीय ’नेशनल लोक अदालत’ का आयोजन किया गया।

प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास श्री मिश्र ने दीप प्रज्जवलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधान जिला न्यायाधीश श्री मिश्र ने संबोधित कर लोक अदालत में अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण हेतु प्रेरित किया।

इस अवसर पर लोक अदालत प्रभारी दिनेश प्रसाद मिश्र ने संबोधित करते हुए व्यक्त किया कि लोक अदालत सुलभ न्याय पाने का सबसे उपयुक्त जरिया है। इसका लाभ उठाएं।

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शुभारंभ कार्यक्रम में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अभिलाषा एन. मवार ने उपस्थित लोगों को लोक अदालत के लाभ बताए तथा अपील की गई कि अधिक से अधिक राजीनामा योग्य प्रकरण लोक अदालत के माध्यम से निराकृत करने का प्रयास करें। साथ ही खंडपीठ के पीठासीन न्यायिक अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया।

नेशनल लोक अदालत में सिविल, आपराधिक, विद्युत अधिनियम, एनआईएक्ट, चैक बाउन्स, श्रम मामले, मोटर दुर्घटना दावा, बीएसएनएल आदि विषयक प्रकरणों के निराकरण हेतु जिला मुख्यालय देवास एवं तहसील स्तर पर सोनकच्छ, कन्नौद, खातेगांव, टोंकखुर्द एवं बागली में 34 न्यायिक खंडपीठों का गठन किया गया।

अजय प्रकाश मिश्र प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अभिलाषा एन. मवार सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विद्युत कंपनी, नगर निगम, बैंक, बीएसएनएल, बीमा कंपनी के स्टॉल पर जाकर तथा खंडपीठों का भ्रमण कर समस्त संबंधित अधिकारीगण को लोक अदालत में अधिक से अधिक संख्या में प्रकरण के निराकरण हेतु प्रेरित किया गया। राजीनामा करने वाले पक्षकारगण को स्मृतिस्वरूप फलदार और फूलों के पौधे भेंट किये गये एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रेरित किया गया।

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शुभारंभ कार्यक्रम में दिनेश प्रसाद मिश्र विशेष न्यायाधीश, अशोक कुमार शर्मा प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय, अभिलाषा एन. मवार सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उमाशंकर अग्रवाल द्वितीय जिला न्यायाधीश, मनीष सिंह ठाकुर प्रथम जिला न्यायाधीश, राजेन्द्र कुमार पाटीदार तृतीय जिला न्यायाधीश, यशपाल सिंह चतुर्थ जिला न्यायाधीश, अभिषेक गौर पंचम अपर सत्र न्यायाधीश, अनुसिंह अपर सत्र न्यायाधीश, डॉ. रविकांत सोलंकी मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, न्यायाधीशगण नीलेन्द्र कुमार तिवारी, रश्मि खुराना, प्रियांशु पांडे, किरण सिंह, रश्मि अभिजीत मरावी, अंजना यादव, सौरभ जैन, रॉबिन दयाल जिला विधिक सहायता अधिकारी, अतुल पंड्या सचिव अधिवक्ता संघ, देवबाला पिपलोदिया उपायुक्त नगर निगम, धु्रव शर्मा अधीक्षक यंत्री, विश्वजीत झा कार्यपालन यंत्री विद्युत कंपनी, अहसान अहमद खान एलडीएम बैंक, संदीप प्रकाश रीजनल मैनेजर एसबीआई, रजनीश कुमार गोयल डीजीएम गेल गेस कंपनी, विद्युत कंपनी एवं बैंक के अधिकारीगण, लीगल एड डिफेंस काउंसेल स्टॉफ, लोक अभियोजन अधिकारीगण, अधिवक्तागण, पैनल लायर्स, पैरालीगल वालेंटियर्स एवं पक्षकारगण उपस्थित रहे।

नेशनल लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों की जानकारी-

अभिलाषा एन. मरावी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देवास ने बताया कि नेशनल लोक अदालत में संपूर्ण जिले में गठित 34 न्यायिक खंडपीठों में न्यायालयों के लंबित प्रकरणों में आपराधिक प्रकरण 471 चैक बाउन्स 233, फैमेली मेटर्स 38, विद्युत 228, विविध 135, सिविल के 25, क्लेम के 91 प्रकरण, श्रमिक मामले 03, बैक के मामले 01 कुल 1225 प्रकरण निराकृत हुए जिसमें 16 करोड़ 70 लाख 17 हजार 664 रुपये की राशि अवार्ड की गई एवं 1218 लोग लाभांवित हुए। निराकृत 91 क्लेम प्रकरणों में 02 करोड़ 57 लाख 58 हजार रुपये राशि के अवार्ड आपसी समझौते के आधार पर पारित किए गए।

नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के 233 प्रकरण निराकृत हुए जिनमें 05 करोड़ 97 लाख 92 हजार 502 रूपये के चैकों की राशि में सेटलमेंट किया गया। 5 करोड़ 85 लाख 262 रूपये की राशि के 25 सिविल प्रकरणों का निराकरण हुआ।

2372 प्रिलिटिगेशन प्रकरणों का निराकरण किया गया है जिसमें रूपये 2 करोड़ 56 लाख 21 हजार 937 रुपये राशि के अवार्ड पारित किए गए है एवं 2527 व्यक्ति लाभांवित हुए हैं।

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