पुलिस की जांच में निकले उत्तरप्रदेश के जोगी समाज के
हाटपीपल्या। भिक्षा मांगने आए दो युवकों को ग्रामीणों ने रोहिंग्या मुसलमान समझकर पीट दिया। इसके बाद पुलिस को सूचना देकर इन्हें पुलिस के सुपुर्द किया। हुलिए के आधार पर ग्रामीण इन्हें रोहिंग्या मुसलमान समझ बैठे थे, लेकिन पुलिस की तस्दीक में ये उत्तरप्रदेश के निकले।
पुलिस के अनुसार थाना हाटपीपल्या के ग्राम देवगढ़ में दो साधु के वेश में व्यक्तियों को ग्रामीणों ने भिक्षा मांगते पकड़ा था। इन्होंने नाम पूछने पर रोहित और दीपक बताया था। ग्रामीणों द्वारा रोहिंग्या मुसलमान होने की शंका पर 100 डायल कर पुलिस को बुलाया गया।
100 डायल द्वारा दोनों व्यक्तियों को थाना लाकर पूछताछ की गई। पूछताछ में दोनों व्यक्तियों का नाम रोहित पिता परशुराम जोगी एवं दीपक पिता इंदर निवासी ग्राम महुआबोझ जिला अमेठी उत्तर प्रदेश का होना बताया गया। ये गांव-गांव जाकर भीख मांगकर जीवन यापन करने वाले समुदाय के पाये गये। वर्तमान में इनका डेरा थाना खुड़ेल इन्दौर क्षेत्रान्तर्गत आठ मील नामक जगह पर बताया गया है। जहां तस्दीक हेतु थाने से प्रआर महेंद्रसिंह गौतम एवं सैनिक जालम सिंह को रवाना किया गया था। तस्दीक करने पर वहां उनके बच्चे, बीबी एवं अन्य परिजन मौजूद मिले। थाना खुड़ेल में भी इनकी आधार कार्ड की फोटोकॉपी जमा पाई गई।
थाना हाटपीपल्या देवास की जांच में इनके द्वारा संदेहास्पद गतिविधि परिलक्षित नहीं पाई गई एवं तस्दीक करने पर दोनों व्यक्ति अन्य समुदाय के नहीं पाए गए। हिंदू धर्म से संबंधित होकर जोगी समाज के हैं। इस तरह की भ्रामक अफवाह फैलाने वालों पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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