पीले सोने की पत्तियां हो रही पीली, न फूल आए और न फलियां

Posted by

Share

soyabin

बीमारी के चलते सोयाबीन प्रभावित, फसल कटवाने को मजबूर किसान

बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। क्षेत्र में इस बार सोयाबीन की फसल में बीमारी के कारण अफलन की स्थिति निर्मित हो गई है। कई खेतों में सोयाबीन की पत्तियां पीली हो चुकी है। अधिक बारिश व मौसम के प्रतिकूल होने से सोयाबीन में किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालत तो यह है कि कई किसानों ने खेतों में हरी सोयाबीन की फसल को ही काटना शुरू कर दिया है। सोयाबीन से हताश किसान अब जल्द ही प्याज व अन्य फसल लगाने पर विचार कर रहे हैं।

बेहरी के किसान गब्बू पाटीदार ने बताया, कि हमने 10 बीघा में सोयाबीन लगाई थी। इनमें न तो फूल है और न फलियां हैं। बुधवार को मजदूर लगाकर 8 बीघा की सोयाबीन को कटवा दिया है। अब खेत में दूसरी फसल के लिए बोवनी करेंगे। ऐसी स्थिति अन्य किसानों के खेतों में भी है। वे किसान भी अपनी सोयाबीन को कटवाने पर विचार कर रहे हैं। कुछ किसान सोयाबीन की फसल को काट-काटकर पशुओं को खिला रहे हैं।
इन किसानों का कहना है कि सोयाबीन में पीला मोजक लगने से उत्पादन नहीं के बराबर है। अब उत्पादन की आस भी नहीं है तो फसल को कटवाना ही बेहतर है। क्षेत्र में अधिकतर किसानों ने केसीसी लोन में फसल बीमा नहीं होने के कारण शासन के अनुदान या राहत भी नहीं मिल सकती। इसके चलते ऐसे किसान अपनी फसल को काटकर खेत की सफाई करने में जुट गए हैं। संभवत: ऐसा पहली बार ही हो रहा है जब सितंबर माह में किसान हजारों रुपए की खर्च कर लगाई गई फसल को काट रहे हैं। परेशान किसानों का कहना है हमने केसीसी लोन के माध्यम से बीमा कराया है, उसमें ही बीमा राशि कट जाती है। अभी तक कोई निरीक्षण के लिए नहीं आया तो मजबूरी में फसल को काट रहे हैं।

दूसरी फसल लगाएंगे-
किसानों का कहना है पीला मोजक के कारण अब फलियां आना नहीं है तो ऐसे में खेत को खाली कर दूसरी फसल लगाएंगे। पटवारी भी अपने हलकों में ना जाते हुए शासन के दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। बेहरी के पटवारी पिंटू माली ने बताया कि हमारे पास शासन के निर्देश नहीं अाए हैं। जैसे ही निर्देश आएंगे, हम निरीक्षण करेंगे।

बीमा कंपनी को अवगत कराएं-
बागली के अनुविभागीय अधिकारी आनंद मालवीया का कहना है, कि किसान ने जहां भी फसल बीमा करवाया है, वहां पर बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर दिए हैं, उस पर कॉल कर जानकारी दें। अगर बीमा कंपनी जानकारी देती है तो हम संबंधित हल्का पटवारी व कृषि विभाग को निर्देशित कर निरीक्षण करवाएंगे।

कई किसानों के खेतों में आई है समस्या-
कृषि विस्तार अधिकारी काशीराम चौहान का कहना है, कि क्षेत्र में कई किसानों के यहां समस्या आई है। हमने उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। किसान धैर्य रखें, अभी कुछ दिनों का इंतजार करें। बीमा कंपनी के टोल फ्री नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं। शासन के नए निर्देश के अनुसार फसल बीमा का फायदा मिलेगा। जो भी संभव मदद होगी वह की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *