सीहोर। कपिल परमार ने पैरालंपिक में कांस्य पदक जीतकर देश को जूडों में पहला पदक दिला कर इतिहास रच दिया। कपिल ने सीहोर ही नहीं बल्कि देश का नाम पूरी दुनियां में रोशन कर दिया है। उनके गांव और सीहोर शहर में खुशी का माहौल है। कपिल की इस जीत पर कलेक्टर प्रवीण सिंह ने उन्हें बधाई दी है।
सीहोर जिले के मुरली गांव के निवासी कपिल परमार चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। साल 2009 में बिजली का करंट लगने के कारण कपिल की आंखों की 80 प्रतिशत रोशनी चली गई। पिता पहले टैक्सी ड्रायवर थे अब पशुपालन का कार्य करते हैं।
कपिल ने विपरीत परिस्थितियों में जूडो खेलना प्रारंभ किया। कपिल अब तक 17 अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। कपिल अब तक 8 स्वर्ण पदक सहित कुल 13 अंतर्राष्ट्रीय पदक जीत चुके हैं। कपिल ने अपने पहले पैरालम्पिक में ही काँस्य पदक और जूडो में देश का पहला पदक जीत कर पूरी दूनिया में देश का नाम रोशन कर दिया है।
कपिल का मुकाबला ब्राजील के खिलाड़ी एलिल्टन डी ओलीवेरिया के मध्य काँस्य पदक के लिये खेला गया, जिसमें 10-0 से कपिल ने मुकाबला जीतकर काँस्य पदक हासिल किया।
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