देवास। गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य में वैदिक जागृति ज्ञानपीठ के भक्तों द्वारा मेंढकी चक वाटर वर्क्स स्थित आंकड़ा के श्री गणेश मंदिर परिसर में पं. रामेश्वर शर्मा के सानिध्य में औषधीय, फलदार व छायादार पौधों का रोपण किया गया।
पं. रामेश्वर शर्मा ने बताया कि गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन वर्जित है, क्योंकि शास्त्रों के अनुसार इस दिन जो चंद्रमा का दर्शन करता है उसे कलंक लगता है। इसलिए जो भी चंद्रमा का दर्शन करता है, उस पर झूठा आरोप लगता है और पाप लगता है। पौराणिक कथा के अनुसार श्रीगणेश भगवान ने चंद्र देव को श्राप दिया था, कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तिथि को जो चन्द्रमा के दर्शन करेगा उसे मिथ्या दोष का आभिशाप लगेगा। यह अभिशाप भगवान श्रीकृष्ण पर भी लग चुका है। श्रीमद् भागवत में समयंतक रत्न मणि की कथा आती है, जिसमें इसका विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है।
इस अवसर पर पौधारोपण कर सभी ने पौधों की सुरक्षा एवं संरक्षण का संकल्प लिया। इस अवसर पर पं. शर्मा, राष्ट्रीय परशुराम सेना के राहुल त्रिवेदी, ऊं काली सरकार अमन चौधरी, पीयूष दुबे, शोभित, सोनू प्रजापति, आयुष दुबे सहित वैदिक जागृति ज्ञानपीठ के भक्तगण व धर्मप्रेमी उपस्थित थे।
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