विद्यार्थी के प्रति समर्पित शिक्षक ही श्रेष्ठ है- सोनी
शिक्षक हमारे जीवन का एक ऐसा शब्द है, जिसके बिना हम जीवन की संपूर्णता को प्राप्त नहीं कर सकते। मानव जीवन के प्रारंभ से लेकर आज तक शिक्षक की अग्रणी भूमिका रही है। शिक्षक व्यक्ति को उसकी योग्यता में सुधार करते हुए समाज और देश के लिए तैयार करता है। हर युग में शिक्षक का सर्वोच्च स्थान था और हमेशा रहेगा।
शिक्षक के बिना हम जीवन की सार्थकता को प्राप्त नहीं कर सकते। शिक्षक का पद केवल एक नौकरी या व्यवसाय नहीं है बल्कि एक मिशन है जिसके द्वारा मानव अपनी चरम उन्नति प्राप्त करता है। स्कूल के प्रारंभ से लेकर शिक्षा की पूर्णता तक हमें अनेक शिक्षक शिक्षा देते हैं और उन सभी के सामूहिक प्रयास से एक उच्च कोटि का व्यक्ति तैयार होता है, जो प्राप्त शिक्षा को अपने लिए, परिवार के लिए, समाज और देश के लिए उपयोग करता है। वर्तमान, आधुनिक तकनीकी एवं संचार के युग में ज्ञान के अनेक स्त्रोत उपलब्ध है लेकिन शिक्षक का महत्व आज भी उतना ही है जितना प्रारंभिक काल में था। शिक्षक के सामने बैठकर शिक्षा ग्रहण करने में जो आनंद की प्राप्ति होती है वह इन आधुनिक साधनों से नहीं मिलती।
शिक्षा का महत्व वही व्यक्ति समझ सकता है जिसने अपने शिक्षक से स्कूल में, कॉलेज में शिक्षा ग्रहण की हो। देश, काल, परिस्थिति के अनुसार शिक्षक की भूमिका में बहुत महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं लेकिन आज भी उसी शिक्षक को मान-सम्मान मिलता है जो समर्पित भावना से विद्यार्थी को पढ़ाता है। आधुनिक दूरसंचार तकनीकी के दौर में शिक्षक का आज भी उतना ही महत्व है जितना गुरुकुल प्रणाली के समय था। वही शिक्षक अपने विद्यार्थी के लिए आदर्श बनता है जो समर्पित भावना से शिक्षा देता है। शिक्षक को चाहिए कि वह अपने पास उपलब्ध साधनों का प्रयोग अधिक से अधिक बच्चों के हित में करें। जो भी स्वयं से हो सके उनके लिए संसाधन जुटाए।
शिक्षक समाज का महत्वपूर्ण अंग है और उसके द्वारा किए गए कार्य का संपूर्ण समाज पर महत्वपूर्ण असर पड़ता है। इसलिए प्रत्येक शिक्षक को अपनी जिम्मेदारी बहुत अच्छे ढंग से निभाना चाहिए। शिक्षक निजी अथवा शासकीय संस्था में कार्यरत हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। महत्वपूर्ण यह है कि वह अपनी जिम्मेदारी कितने अच्छे ढंग से निभा पाता है। जिस संस्था में भी शिक्षक कार्य करें उस संस्था के प्रति एवं विद्यार्थी के प्रति समर्पित रहे तो श्रेष्ठ परिणाम मिलते हैं। शिक्षक दिवस के इस पावन अवसर पर सभी गुरुजनों को जिन्होंने समाज के इस श्रेष्ठतम अध्यापन कार्य को अपने लिए चुना है बहुत-बहुत शुभकामनाएं एवं बहुत-बहुत बधाई।
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