गुनेरा-गुनेरी नदी ऊफान पर, देर तक बंद रही आवाजाही
जल्दबाजी में जान-जोखिम में डालकर कई लोगों ने पार किया रपटा
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। रविवार को क्षेत्र में दोपहर 3 बजे से तेज वर्षा का दौर शुरू हुआ और बेहरी से निकली गुनेरी-गुनेरा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। देखते ही देखते नदी का पानी रपटे के ऊपर से बहने लगा। इससे दोनों ओर राहगीरों की आवाजाही रुक गई। कई लोग रपटे के ऊपर बहते हुए पानी के बीच से भी जान जोखिम में डालकर निकलते रहे।
रपटे के ऊपर पानी आने से आसपास के 10 से अधिक गांवों के लोगों का तहसील मुख्यालय से संपर्क कट गया। पानी अधिक गिर जाने से मुसीबत में फंसे लोग जवाबदारों की अनुपस्थिति में जान जोखिम में डाल कर उफनती नदी पार करते रहे। पंचायत ने भी खतरा सूचक बोर्ड नहीं लगाया। ग्रामीणों ने बताया कि 20 मिनट की वर्षा से 10 गांव का संपर्क कट जाता है। यह स्थिति जब भी वर्षा होती है, तब बन जाती है। शाम तक नदी का रौद्र रूप बना रहा। यातायात बंद रहने से अलग-अलग स्थानों पर लोग पानी में भीगते रहे। यहां कुछ स्थान ऐसे हैं, जहां पास में ठहरने के लिए जगह भी नहीं है।
ग्रामीणों का कहना है कि नदी की निकासी बहुत छोटी होने की वजह से यह स्थिति बार-बार निर्मित हो जाती है। ग्रामीण जुगल पाटीदार, शिवनारायण पाटीदार, राजेश बामनिया व पवन पाटीदार का कहना है कि रविवार हाट बाजार का दिन होने से भीड़ थी। नदी के पार जाने कई लोगों ने रपटे पर पानी होने के बावजूद नदी पार की। ऐसे में किसी रोज बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। ग्रामीणों ने बताया कि जो लोग रपटे को पार करते हैं, उन्हें हम रोकते हैं, लेकिन वे हमारी बातों को अनसुना कर निकल जाते हैं।
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