शिक्षक बच्चों के लिए रोल माडल, उसकी कथनी करनी में अंतर नहीं होना चाहिए

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Education department

विदाई सम्मान समारोह आयोजित

बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)। हमें पदसंलग्न दायित्वों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करना चाहिए। शिक्षक की कथनी करनी में विषमता का बोध नहीं होना चाहिए, क्योंकि शिक्षक बच्चों के लिए रोल माडल होता है।

यह बात एकीकृत शासकीय माध्यमिक विद्यालय कामठखेड़ा में आयोजित अपने विदाई सम्मान समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ शिक्षक सीताराम राठौर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कही।

संस्था प्राचार्य परसराम पिंडोरिया ने अपने स्वागत भाषण में कहा, कि सीताराम राठौर विगत 13 वर्षों से कर्तव्यनिष्ठा, सहजप्रिय शैली को आत्मसात कर अभावग्रस्त ग्रामीण परिवेश में अध्ययनरत बच्चों को शिक्षण कार्य करा रहे हैं। उनकी शिक्षण शैली प्रंशसनीय है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामसिह ओसारी ने संबोधित कर राठौर सर की कार्यशैली व विद्यालय के प्रति उनके समर्पण की प्रशंसा की। ग्राम पंचायत धावडिया की ओर से शाल-श्रीफल देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में विशेष अतिथि हाईस्कूल कामठखेडा प्रभारी प्राचार्य लोकेन्द्र परिहार, योगेश तिवारी ने अपने उद्बोधन में राठौर सर की पाक कला, व्यंजन प्रियता व उनके द्वारा आयोजित सामाजिक, धार्मिक क्षेत्रो में किए गए उत्कृष्ट कार्यो का उल्लेख किया।

इसके पूर्व विद्यालय परिवार के बच्चों द्वारा पुष्पवर्षा कर राठौर सर का स्कूल आगमन पर स्वागत किया। संस्था प्राचार्य परसराम पिंडोरिया ने शाल-श्रीफल व साफा पहनाकर अभिनंदन किया। विद्यालय परिवार की ओर से स्मृति चिन्ह भेट किया।

आवासीय बालिका छात्रावास की अधिशिका ललिता पाटीदार ने पुष्पगुच्छ व सर की छायाचित्र की प्रति भेट कर उनका अभिनंदन किया।

कार्यक्रम विशिष्ट अतिथि के रूप में इंदरसिह अमरावडिया, चंद्रकला पाटीदार, सेवानिवृत डिप्टी रेंजर मुन्नालाल शर्मा, सहायक संचालिका अनिता शुक्ला उपस्थित थे।

विद्यालय के शिक्षक देवकरण चौहान, गुलाब वास्केल ने भी अपने कार्यानुभव बच्चो को सुनाए। कार्यक्रम का संचालन अतिथि शिक्षक राजेश तंवर ने किया व आभार मंजू वास्केल ने माना।

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