– मासिक राजस्व लक्ष्य की पूर्ति के लिए दैनिक योजना बनाकर सतत प्रगति लाएं
– उच्चदाब उपभोक्ताओं की बकाया वसूली के लिए विशेष प्रयास किए जाएं- श्री तोमर
इंदौर। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक (एमडी) अमित तोमर ने गुरुवार को 15 जिलों के अधिकारियों की मीटिंग ली। इसमें इंदौर से बाहर के अधिकारी वर्चुअल शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि कंपनी क्षेत्र के जिलों में बारिश, तेज हवाओं का दौर जारी है। यदि मौसमी बदलाव के चलते कही विद्युत आपूर्ति में व्यवधान की स्थिति निर्मित होती है तो संबंधित अधिकारी कम से कम समय में सुधार कार्य कराएं। यदि आपूर्ति बाधा को लेकर कोई बड़ा कारण निर्मित होता है, तो संबंधित फीडर, कॉलोनी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सुधार कार्य में लगने वाला अनुमानित समय भी बताएं ताकि वे हमारे कार्य और प्रयास से संतुष्ट हो।
श्री तोमर ने कहा, कि जिन फीडरों पर जरूरी काम होते है, वहां के उपभोक्ताओं को एसएमएस, वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सूचना दी जाए, कंपनी के नए कार्य जैसे ट्रांसफार्मर, लाइन, पोल, नए मीटर लगाने के कार्य भी हो तो उपभोक्ताओं के ग्रुपों में जानकारी सांझा की जाएं।
श्री तोमर ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति के समानांतर ही मासिक राजस्व लक्ष्य प्राप्ति भी आवश्यक है। श्री तोमर ने कहा कि मासिक लक्ष्य के लिए दैनिक राजस्व लक्ष्य तय कर उसी के अनुरूप प्रतिदिन कार्य करे, इससे मासिक लक्ष्य पूरा करने में आसानी होगी, माह के अंतिम दिनों में तनाव व दबाव की स्थिति से बचा जा सकेगा।
प्रबंध निदेशक ने इस बात पर चिंता जताई कि उच्च दाब श्रेणी के 450 से ज्यादा उपभोक्ताओं पर 150 करोड़ से ज्यादा की राशि वसूलना लंबित है, इस राजस्व संग्रहण के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के अधीक्षण यंत्रियों को निर्देश दिए गए।
श्री तोमर ने सीएम हेल्प लाइन, नए सर्विस कनेक्शन, ऑन लाइन ऊर्जस सेवाएं, 1912, ट्रांसफार्मर फेल रेट घटाने, ट्रिपिंग में कमी लाने, नए ग्रिडों के पास सिविल के कार्य, रबी सीजन की तैयारी करने इत्यादि विषयों पर गंभीरता से कार्य करने को कहा। पौधारोपण कार्य और लगाए गए पौधों की समुचित देखभाल और बढ़ने के लिए प्रबंध करने को कहा।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, निदेशक पुनीत दुबे, सचिन तालेवार, कार्यपालक निदेशक गजरा मेहता, मुख्य अभियंता एसआर बमनके, एसएल करवाड़िया, गिरीश व्यास, रवि मिश्रा, आरके आर्या, शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा, ग्रामीण अधीक्षण यंत्री सुधीर आचार्य आदि ने भी विचार रखें।
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