देवास। माखन चोरी भगवान श्रीकृष्ण इसलिए करते हैं कि माखन में मां शब्द समाया हुआ है। भगवान मां से इतना अटूट प्रेम करते हैं कि 24 अवतार लेकर मां का पुत्र बनकर इस धरा धाम पर अवतरित हुए। भगवान ने गिरिराज पर्वत को उठाकर ब्रजवासियों की रक्षा की। गिरिराज पर्वत को उठाकर मनुष्यों को प्रेरणा दी, कि जब भी दुख का पहाड़ आए तो भगवान श्रीकृष्ण का आश्रय लेकर उस दुख को दूर करने का प्रयत्न करते रहे।
यह विचार टिनोनिया माताजी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गोगाखेड़ी में श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन व्यासपीठ से पं. अजय शास्त्री सिया वाले ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा, कि जिस प्रकार भगवान ने गोवर्धन पर्वत को उठाकर रखा, उसी प्रकार मनुष्य जीवन सात दिन का है और 7 दिन के अंदर कभी भी आप भगवान श्रीकृष्ण का आश्रय लेकर अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
कथा के दौरान कृष्ण लीला एवं पूतना का उद्धार का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा पूतना को राक्षसी होने के बाद भी मां जैसी गति भगवान श्रीकृष्ण ने प्रदान करते हैं। इस दौरान पं. अजय शास्त्री ने छोटी-छोटी गईया छोटे-छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल जैसे एक से बढ़कर एक भक्तिमय गीतों की संगीतमय प्रस्तुति दी। गोकुल में भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव का वर्णन भी किया। जोशी परिवार एवं धर्मप्रेमियों ने व्यासपीठ की पूजा अर्चना व आरती कर आशीर्वाद लिया। बड़ी संख्या में धर्मप्रेमियों ने कथा श्रवण कर धर्म लाभ लिया।
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