गोपालो झलके अखियन में भक्ति गीत की प्रस्तुति पर श्रद्धालु झूम उठे
देवास। श्रीकृष्ण कथा हमें ज्ञान भक्ति पर चलना सिखाती है। मर्यादा पर चलना एवं जीवन में किन परिस्थितियों में कैसे रहना यह हमें राम कथा सिखाती है, इसलिए हर घर में रामायण पाठ होना चाहिए।
यह विचार टिनोनिया माताजी के पास गोगाखेड़ी राष्ट्रीय मार्ग पर चल रही श्रीमद् भागवत कथा में चौथे दिन व्यासपीठ से पं. अजय शास्त्री ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा, कि कलियुग के प्रभाव में हम धर्मग्रंथों की दिशा में नहीं चल रहे। हमें धर्म पर कैसे चलना ये रामायण सिखाती है। राम चरित मानस भगवान राम के चरित्र और प्रजा पालन में राजा के कर्तव्यों को बताती है। यही कारण है कि आज भी रामराज का उदाहरण दिया जाता है। आदर्शवादी भगवान श्रीराम हमारी प्रेरणा के स्त्रोत हैं। सारे संसार में प्रभु श्रीराम की कथा होती है।
इस अवसर पर कृष्ण जन्म की अदभुत झांकी से पूरा वातावरण कृष्णमय हो गया। इस दौरान पं. शास्त्री ने गोपालो झलके अखियन में जैसे एक से बढ़कर एक भक्ति गीतों की संगीतमय प्रस्तुति दी तो श्रद्धालु झूमने लगे। कथा पंडाल में जैसे ही भगवान श्री कृष्ण को ढोल-धमाके के साथ बाल रूप में लाया गया तो श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। महिलाओं ने मंगल गीत गाकर नृत्य किया।
जोशी परिवार सहित धर्मप्रेमियों व आयोजक मंडल ने व्यासपीठ की पूजा-अर्चना कर आरती की। सैकड़ों धर्मप्रेमियों ने कथा श्रवण कर धर्म लाभ लिया।
Leave a Reply