देवास में पहली बार डेढ़ साल के शिशु के दिल का ऑपरेशन

Posted by

Share

अमलतास अस्पताल के चिकित्सकों की टीम ने बचाई शिशु की जान

देवास। अमलतास अस्पताल देवास में हाल ही में एक बड़ी सर्जरी को किया गया। डेढ़ वर्षीय मास्टर देवांश जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित था। बच्चे के दिल में जन्मजात छेद था, मगर उसके दिल का सीधा हिस्सा (राइट वेंट्रिकल) पूर्ण रूप से विकसित नहीं था। इसे सिंगल वेंट्रिकल कहते हैं। ऐसे में बच्चे के दिल में जन्म से बने छेद को बंद करना नामुमकिन होता है।

बच्चे के दिल का ऑपरेशन करने वाली टीम के प्रमुख व सीटीवीएस विभाग के पीडियाट्रिक एवं एडल्ट कॉर्डियक सर्जन डॉ. प्रीतम सांगवान ने बताया कि उन्होंने इस पेशेंट के सिर से अशुद्ध रक्त लाने वाली नस (एसवीसी) को काटकर उसके फेफड़े में सीधे जोड़ दिया, जिससे बच्चे की ऑक्सीजन की मात्रा 60 प्रतिशत से बढ़कर 90 प्रतिशत तक हो गई। अब शिशु पूरी तरह से स्वस्थ हैं। परिजन द्वारा चिकित्सकों के अथक प्रयासों एवं आयुष्मान योजना के अंतर्गत निशुल्क इलाज के लिए धन्यवाद दिया गया। इस जटिल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली अनुभवी टीम में डॉ. विवेक अग्निहोत्री, डॉ. रोहित यूके, डॉ. महेंद्र, डॉ. विकास एवं उनके साथ बुराहुद्दीन, नितेश, भरत, आरती, पवन त्यागी एवं सभी सीटीवीएस आईसीयू टीम शामिल थी।

अस्पताल के चेयरमैन मयंकराज भदौरिया ने अमलतास हृदय रोग संस्थान में बेहतर एवं उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने वाली अनुभवी कार्डियक टीम को इस जटिल सफल सर्जरी के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि देवास और आस-पास के जिले के लोग भी अमलतास आकर हृदय रोग विभाग की सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं। हमारा प्रयास है, कि हम जनमानस के लिए बेहतर सुविधा प्रदान करें, जिससे उनको कहीं और ना जाना पड़े।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *