Dewas news रिश्वत लेते धराया सरकारी स्कूल का प्रभारी प्रधान अध्यापक

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– स्कूल की शिक्षिका को काम नहीं आने की बात पर डरा-धमका रहा था

– हाथ में सैलेरी 75 हजार से अधिक मिलती थी, फिर भी लालच नहीं हुआ कम

  • डीईओ ने कहा इस प्रकार के कृत्य से विभाग की छवि खराब होती है

देवास। लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने देवास के एक शिक्षक को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह शिक्षक शासकीय प्राथमिक विद्यालय संजय नगर में प्रभारी प्रधान अध्यापक है। यह रिश्वत विद्यालय की शिक्षिका को डरा-धमकाकर ली जा रही थी। प्रभारी प्रधान अध्यापक द्वारा यह कहकर डराया जा रहा था, कि तुम्हें काम नहीं आता है। तुम्हारी शिकायत हो जाएगी। तुम सस्पेंड हो जाओगी। मामले लोकायुक्त पुलिस ने आज कार्रवाई करते हुए प्रभारी प्रधान अध्यापक को गिरफ्तार किया।

लोकायुक्त पुलिस के अनुसार प्रधानाचार्य तिलक राज सेम आवेदिका शिक्षिका पद्मा बॉथम को झूठी जांच में फंसाने की धमकी देकर 6000/- रु प्रतिमाह रिश्वत की मांग कर रहा था। इसकी शिकायत शिक्षिका द्वारा 4 अप्रैल 2024 को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन अनिल विश्वकर्मा से की गई थी।

पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त शिकायत की जांच डीएसपी सुनील तालान से करवाई। उन्होंने रिश्वत मांग की पुष्टि हेतु शिक्षिका व प्राचार्य की बातचीत की तस्दीक कराई। शिकायत सही पाई गई। शिक्षक तिलक राज ने आवेदिका पदमा बाथम से 5000/- रिश्वत की मांग की।

वेतन मिलते ही रिश्वत लेकर बुलाने पर प्राचार्य तिलकराज सेम को आज सोमवार को शिक्षिका बाथम से 5000/- रु रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया गया।  शासकीय प्राथमिक विद्यालय संजय नगर देवास में लोकायुक्त उज्जैन की कार्रवाई में डीएसपी सुनील तालान, निरीक्षक दीपक सेजवार सहित 8 सदस्य शामिल हैं।

रंगे हाथ पकड़ाए, लेकिन किया इंकार-
इस मामले में ट्रैप हुए प्रधान अध्यापक सेम रिश्वत लेने की बात से इंकार करते हुए कहा कि
मैंने आज तक रिश्वत नहीं ली। मुझे जबरन रिश्वत देने की कोशिश की। मैंने तो मुट्ठी बांध ली थी।

तीन-चार महीने से रिश्वत ले रहे थे-
इधर शिक्षिका बाथम ने कहा, कि मुझे काम नहीं आता है यह कहकर मेरी झूठी शिकायत करने की बात कह रहे थे। पिछले तीन-चार महीने से रिश्वत ले रहे थे।

आवेदिका को जांच के नाम पर डरा रहे थे-
लोकायुक्त डीएसपी संजय तालान ने बताया, कि हमने शिकायत का सत्यापन किया, तो शिकायत सही पाई गई। प्रभारी प्रधान अध्यापक द्वारा शिक्षिका को काम नहीं आने की बात कह कर धमकाया जा रहा था। कहा जा रहा था कि आपका रिजल्ट भी हम तैयार करते हैं। आपके अन्य काम करते हैं। आप हमें पैसा दें। आपकी शिकायत हो जाएगी। आप पर भी कार्रवाई हो जाएगी। उन्होंने शिक्षिका से 6000 रु. प्रति माह मांगे थे, लेकिन शिक्षिका ने 5000 रु. देने की बात कही। आज हमने इन्हें रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

विभाग की छवि खराब होती है-
इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी हरिसिंह भारती का कहना है संबंधित शिक्षक का निलंबन होना है। लोकायुक्त से जानकारी आने के पश्चात निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार के कृत्य से विभाग की छवि खराब होती है। मैं सभी विभागीय कर्मचारियों व शिक्षकों की बैठक लेकर सख्त हिदायत दूंगा, ताकि कोई भी भविष्य में इस प्रकार का कृत्य ना करें।

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