देवास। जिले में पहली बार कोई महिला आईवीएफ पद्धति के माध्यम से मां बनी है। देवास के लिए ये बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि अब संतान सुख के लिए इंदौर या अन्य महानगरों में जाने की जरूरत नहीं है। मां बनने का सुख अमलतास अस्पताल के आईवीएफ सेंटर में भी संभव है।
आमतौर पर सभी जानते हैं, कि संतान का सुख इस दुनिया की सबसे बड़ी खुशियों में शामिल हैं, लेकिन कई कारणों से कई बार दंपती इस खुशी को हासिल नहीं कर पाते हैं। ऐसे सभी दंपतियों के लिए अमलतास अस्पताल का आईवीएफ डिपार्टमेंट वरदान साबित हो रहा है।
गत दिवस आईवीएफ पद्धति के माध्यम से ही अमलतास अस्पताल में 26 वर्षीय महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। अमलतास अस्पताल में यह आईवीएफ मैच्योर हुआ है। इसकी सफलता का श्रेय अमलतास आईवीएफ डिपार्टमेंट के हेड डॉ. हर्षल शाह, डॉ. नेहा अग्रवाल, डॉ. उर्वशी कुमावत और उनकी टीम को जाता है।
अमलतास ग्रुप के चेयरमैन मयंकराजसिंह भदौरिया ने अमलतास के डॉक्टर्स की टीम को बधाई दी। साथ ही दंपती को अपने स्वस्थ बच्चे के जन्म पर बधाई दी। साथ ही कहा, कि अमलतास आपकी हर तकलीफ में आपके साथ है। जो इलाज कहीं संभव नहीं है वो आपके शहर देवास में हम उपलब्ध करवा रहे हैं। हम चाहते हैं, कि आपको कही भटकना नहीं पड़े, सारा इलाज एक छत के नीचे आपको मिल सकें।
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