– संसार का कमाया धन तो खत्म हो जाएगा, लेकिन रामनाम रूपी धन कभी खत्म नहीं होगा
देवास। बैंक जब पिता की होगी तो एटीएम की जरूरत नहीं पड़ेगी, इसलिए भगवान से मत मांगों, भगवान को मांगों।संसार का कमाया धन तो खत्म हो जाएगा, लेकिन राम नाम रूपी धन कभी खत्म नहीं होगा। भगवान को कपट पसंद नहीं है। आप जैसे भी हो वैसे ही भगवान के चरणों में पहुंच जाओं।
यह विचार मेंढकीचक में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान व्यासपीठ से भगवताचार्य कृष्णदास महाराज वृंदावनधाम वाले ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा आज संसार में कई परेशानियाें से गुजरना पड़ता है। कई तरह के जतन करना पड़ते हैं परिवार के पालन-पोषण के लिए। हमारे पास में कुछ है नहीं। अगर इंसान चाहे तो जग जीत ले और ना चाहे तो मिट्टी का पुतला तो है ही। एक ऐसा आलसी था जो अपने ऊपर बैठी मक्खी को भी नहीं भगाता था। अगर हम चाहे तो क्या नहीं कर सकते। राम नाम की पूंजी जरूर कमा लें, क्योंकि अंत में वही काम आएगा। उन्होंने कहा, कि पूरी जिंदगी यूं ही गुजार दी। पूरा जीवन व्यर्थ ही चला गया, क्योंकि कभी राम नाम नहीं लिया। बस पूरी जिंदगी भाग-दौड़ करते रहे और अंत में शमशान में पहुंच गए। परमात्मा को पाने के लिए गुरु जरूर बना लें, क्योंकि गुरु से ही मुक्ति मिलती है। गुरु के ज्ञान से ही भवसागर से सहज ही पार हो जाते हैं।
कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण बाल रूप में कथा पंडाल में आए श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। आयोजक महिला मंडल की रेणुका सोलंकी, सौरमबाई मालवीय, भूरीबाई कुमावत, भारती राठौर, प्रेम पंचोली ने व्यासपीठ की पूजा-अर्चना कर महाआरती की। नंदानगर, राजाराम नगर, चाणक्यपुरी, उपाध्याय नगर सहित आसपास काॅलोनी के सैकड़ों धर्मप्रेमियों ने कथा श्रवण कर धर्म लाभ लिया।
Leave a Reply