टोंकखुर्द (नन्नु पटेल)। सनातन संस्कृति में तीर्थ यात्रा, देव दर्शन तथा भक्ति भाव का यम नियम शास्त्रों में वर्णनानुवाद है। अयोध्या में भव्य दिव्य व नव्य श्रीराम मंदिर में रामलला का दर्शन अलौकिक अनुभूति है।
इसी अभिलाष से उज्जैन व देवास जिले से ठाकुर कमलसिंह जादौन, भंवरसिंह राजावत, भीमसिंह चावड़ा, धनसिंह चावड़ा, ऋतुराज सिंह, रुद्र प्रताप सिंह, हर्षवर्धन सिंह के परिजन अयोध्या रवाना हुए। इनके साथ 2 वर्षीय भंवर बाईसा भव्या कंवर भी गई है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भीमसिंह चावड़ा ने बताया, कि मैं दो बार पहले भी अयोध्याजी जा चुका हूं, लेकिन उस वक्त विषाद हुआ था। इस बार श्रीराम लला के दर्शन कर जीवन धन्य होगा तथा परम सुख प्राप्त होगा। मेरे गुरुदेव आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी प्रखरजी महाराज इस समय अयोध्या में राष्ट्र उत्थान के लिए महायज्ञ कर रहे हैं। चौपाल मालवा के अध्यक्ष अर्जुनसिंह चावड़ा ने कहा, कि हमारे गांव हरनावदा का सौभाग्य है, कि श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा काशी के विद्वान वेद मूर्ति आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित ने करवाई थी। उन आचार्य श्री ने हरनावदा में दो बार महायज्ञ करवाए थे, जिन्हें क्षेत्रवासी आज भी स्मरण करते हैं। दर्शनार्थी का अरविंद सिंह, राजवर्धन सिंह, शिव प्रताप सिंह, हर्ष प्रताप सिंह, जगदीश चंद्र, सुरेंद्र सिंह आदि ने पुष्पहार से अभिनंदन कर विदाई दी।
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