संसार में अनेक शक्तियां विद्यमान है। शक्ति के अलग-अलग रूप है। सामान्यतः यह सोचने में आता है, कि सबसे शक्तिशाली कौन है।
एक गुरुकुल में इसी विषय पर वार्तालाप हो रहा था। एक शिष्य ने पूछा, कि सबसे शक्तिशाली कौन है, उत्तर मिला अग्नि क्योंकि वह सब को भस्म कर देती है। दूसरे शिष्य ने पूछा अग्नि से शक्तिशाली कौन है उत्तर मिला पानी क्योंकि वह अग्नि को बुझा देता है। फिर प्रश्न आया पानी से शक्तिशाली कौन है उत्तर मिला बादल क्योंकि वह पानी को इधर से उधर ले जाते हैं। फिर प्रश्न आया बादल से शक्तिशाली कौन है उत्तर मिला हवा क्योंकि हवा बादल को इधर से उधर कर देती है। इसी प्रकार वार्तालाप चलता रहा। अंततः प्रश्न आया सबसे शक्तिशाली कौन है। शिष्यों को गुरुजी ने उत्तर दिया सबसे शक्तिशाली दृढ़ संकल्प शक्ति होती है। दृढ़ संकल्प से बड़ी कोई शक्ति नहीं होती, इसके आधार पर सभी कार्य संपन्न किये जा सकते हैं। यदि हम जीवन में दृढ़ संकल्प से कोई कार्य करें तो उसमें सफलता मिलना तय है। परिस्थितियां कैसी भी हो हमें अपने संकल्प को कमजोर नहीं होने देना चाहिए, क्योंकि हम हमारी हिम्मत और दृढ़ संकल्प से ही सभी कठिनाइयों को पार करते हुए आगे बढ़ सकते हैं इसलिए जीवन में हमेशा स्थिति कैसी भी हो स्वयं का दृढ़ संकल्प बनाए रखना चाहिए। नियमबद्ध एवं अनुशासित जीवन शैली, कर्तव्य एवं अधिकार का उचित सामंजस्य, ईश्वर के प्रति श्रद्धा यह सब मिलकर दृढ़ संकल्प शक्ति का निर्माण करते हैं।
Leave a Reply