– बिजली कंपनी के प्रबंध निदेशक तोमर ने दिए निर्देश
इंदौर। रिवेम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत जारी वित्तीय वर्ष में जिन कार्यों की पूर्णता का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं, उसके अनुसार कार्य की प्रगति प्रत्येक जिले में दिखाई देना चाहिए। कार्य के समय पर पूरा कराने एवं गुणवत्ता के लिए अधीक्षण यंत्री पर्यवेक्षण करें। संबंधित एजेंसी से सतत संपर्क रखा जाए, ताकि लक्ष्य के अनुरूप कार्य पूर्ण हो। आरडीएसएस के कार्यों के पूरा होने से बिजली वितरण कंपनी एवं उपभोक्ताओं दोनों को फायदा मिलेगा।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने ये निर्देश दिए। वे आरडीएसएस के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान वर्चुअल रूप से सभी 15 जिलों के अधिकारी मौजूद रहे। श्री तोमर ने कहा कि रबी सीजन में बिजली की मांग इस बार सात हजार मेगावाट जाने की पूरी संभावना है। इसके मद्देनजर मैदानी अमला मेंटनेंस समेत अन्य सभी तैयारी करे।
उन्होंने आरडीएसएस के तहत शेष मिक्स फीडरों का विभक्तिकरण, नए ग्रिडों की पूर्णता, 33 केवी एवं 11 केवी लाइनों के कार्य, अतिरिक्त ट्रांसफार्मर आदि के बारे मे जिलेवार समीक्षा की। प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने सभी अधीक्षण यंत्रियों को समय पालन, कार्य की प्रगति एवं गुणवत्ता के लिए निर्देशित भी किया। संबंधित एप एवं पोर्टल पर दैनिक जानकारी अपडेट करने को भी कहा गया।
इस अवसर पर मुख्य अभियंता कार्य एसएल करवाड़िया, अधीक्षण अभियंता आरएस तोमर, अधीक्षण अभियंता इंदौर शहर मनोज शर्मा, अधीक्षण अभियंता इंदौर ग्रामीण डॉ. डीएन शर्मा ने भी विचार रखे।
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