- बच्चे हुए भावुक, मन की आंखों से किए बाबा महाकाल के दर्शन
देवास। समाजसेवी एवं कांग्रेस के युवा नेता प्रवेश अग्रवाल प्रत्येक बुधवार को बाबा महाकाल के दर्शन के लिए शहरवासियों को निशुल्क उज्जैन ले जा रहे हैं। इस बार उज्जैन की यह यात्रा अनूठी थी, जिसने हर किसी का दिल जीत लिया। प्रवेश के साथ ऐसे बच्चे थे, जो देख नहीं सकते। इन बच्चों को प्रवेश ने मंदिर में प्रवेश से लेकर अंदर दर्शन हाल तक के दृश्य का बारिकी से वर्णन किया। मन की आंखों से बाबा महाकाल के दर्शन करते हुए बच्चे भावुक हो उठे तो प्रवेश ने उन्हें अपने गले से लगा लिया। यह द्श्य देखकर यहां उपस्थित अन्य श्रद्धालु भी भावुक हो गए।
यूं तो उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए सावन माह के प्रति बुधवार को प्रवेश अग्रवाल शहर के 50 वर्ष से अधिक उम्र के भक्तों को ले जा रहे हैं। इस बार दिव्यांग बच्चों को वीआईपी दर्शन के लिए वे अपने साथ ले गए। जो बच्चे दृष्टिबाधित थे, उन्हें दर्शन के प्रत्येक पड़ाव पर प्रवेश ने विस्तार से समझाया। आप कहां खड़े हैं, यहां जो मूर्ति है वह कैसी है, मंदिर परिसर की भव्यता कैसी है यह सबकुछ प्रवेश बताते जा रहे थे और बच्चे उन्हें ध्यान से सुनकर मन की आंखों से समझ रहे थे। जैसे ही बच्चे बाबा महाकाल के समक्ष आए, तब प्रवेश ने कहा बच्चों आप भगवान के सामने खड़े हैं, ऐसा सुनते ही बच्चों की आंखों से अश्रुधारा बह निकली। बच्चों की आंखों में अश्रु देख प्रवेश भी भावुक हो उठे। यह दृश्य देखकर दर्शन के लिए आए भक्त कहने लगे कि ये इन बच्चों को दर्शन के लिए लेकर आने वाले कि जितनी अधिक प्रशंसा की जाए, कम है। समाज के अन्य लोगों के लिए भी यह सकारात्मक संदेश है। इस दौरान सभी ने जयश्री महाकाल, हर-हर महादेव के जयकारे लगाकर बच्चों का उत्साह बढ़ाया। इसके पश्चात प्रवेश ने सभी बच्चों एवं श्रद्धालुओं के साथ स्वल्पाहार ग्रहण किया। वरिष्ठों ने प्रवेश को भरपूर आशीर्वाद दिया।
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