मांस, मटन दुकान संचालन करने के लायसेंस, रिन्यु अनुमति की दी गलत जानकारी

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– शिवसेना की शिकायत के बाद कलेक्टर ने लिया एक्शन, एसडीएम के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की
देवास। शहर में संचालित हो रही मांस-मटन की दुकानों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर शिवसेना लगातार आवाज उठाती आ रही है। शिवसेना ने पूर्व में कलेक्टर को जनसुनवाई में आवेदन दिया था। जिस पर कलेक्टर ने तत्काल नगर निगम अधिकारी जितेंद्र सिसोदिया को कार्रवाई के लिए कहा था। नगर निगम द्वारा झूठी जानकारी कलेक्टर कार्यालय को ही जवाब में लिखकर दे दी। नगर निगम ने अधिनियम 1956 की उपधारा 257 एवं 253 के अंतर्गत लाइसेंस जारी किए हैं, जबकि 4 वर्षों से नगर निगम ने ना तो लाइसेंस रिन्यू किया और ना ही प्रतिवर्ष राजस्व वसूला। नगर निगम के गेट पर भी शिवसेना ने निगम की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया। वही सभापति रवि जैन को आवेदन सौंपा। श्री जैन ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल चालानी कार्रवाई की गई। जबकि अभी भी अवैध रूप से मास, मटन की दुकान संचालित हो रही है। शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को शिवसेना का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर ऋषभ गुप्ता से मुलाकात करने के लिए पहुंचा। श्री वर्मा ने कलेक्टर को शहर में अवैध रूप से संचालित हो रही मांस, मटन, पाड़ा कटाई मार्केट हटाने की मांग की। वह पूर्व में की गई शिकायत में नगर निगम अधिकारियों द्वारा कलेक्टर कार्यालय को झूठी जानकारी दी गई थी, जिससे अवगत कराया। वह उन्हें सूचना के अधिकार अंतर्गत दस्तावेज पेश कर बताया कि नगर निगम द्वारा 4 वर्षों से किसी को भी संचालन करने का लाइसेंस निगम द्वारा नहीं दिया गया है, ना ही लाइसेंस रिन्यू किया गया।
कलेक्टर ने दिए जांच कमेटी गठित करने के आदेश-
मामले में कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने गंभीरता दिखाते हुए अवैध रूप से संचालित मास मटन की दुकानों पर कार्रवाई के लिए। एसडीएम, निगम उपायुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी की टीम गठित कर जांच कर जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा। जिलाध्यक्ष श्री वर्मा ने कहा अगर 4 साल से लाइसेंस रिन्यू नहीं किया गया, तो फिर पशु वध कैसे हो रहा है। स्लाटर हाउस के अंदर बिना पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण के काटा जा रहा है। यह लोगों की जान के साथ खिलवाड़ है।

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