बीमा राशि देने में हुआ भेदभाव

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  • एक ही पटवारी हल्के में अलग-अलग किया निर्धारण
  • किसान मजदूर महासंघ ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

टोंकखुर्द। किसान मजदूर महासंघ मध्यप्रदेश ने किसानों की ज्वलंत समस्याओं को लेकर तीन बिंदु का ज्ञापन राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री एवं जिलाधीश के नाम तहसीलदार को सौंपा।

ज्ञापन में उल्लेख किया, कि वर्तमान में जो बीमा राशि किसानों को वितरित की जा रही है, वह खरीफ सत्र 2020-21 की है। मध्यप्रदेश शासन द्वारा उक्त कृषि सत्र में देवास जिले में पूर्ण नुकसानी घोषित करते हुए राहत राशि वितरित की गई थी। इसके बाद फसल कटाई के समय अनावरी में भी तहसील के पृथक-पृथक गांव में 60 से 90 प्रतिशत के बीच नुकसानी देखी गई। इसे देखते हुए बीमा राशि 22 से 28 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर बनती है, परंतु किसान को 800 से 2 हजार रुपए प्रति एकड़ दी गई है, परंतु एक ही हल्के में कुछ किसानों को बीमा राशि मिल गई और बहुत सारे किसानों को बीमा राशि अभी तक नहीं मिली। अतः शेष सभी किसानों को जल्दी से जल्दी बीमा राशि दी जाएं। प्याज और सोयाबीन का भावंतर दिया जाएं, राहत राशि की एक किस्त बची है, वह दी जाएं। जंगली जानवरों से किसान बहुत परेशान है, इनका निराकरण किया जाएं।

ज्ञापन में चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो टोंकखुर्द के सभी किसान सड़क पर उतरेंगे, जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी। ज्ञापन देते समय किसान नेता हरिसिंह जिला उपाध्यक्ष, सलीम शेख जिला संरक्षक, तहसील अध्यक्ष केशरसिंह ठाकुर, तहसील मंत्री गोपाल मकवाणा, कमल सिंह, नितिन सेंधव, गोपाल सिंह, अजय सिंह, राहुल सिंह, राजेंद्र सिंह मौजूद थे।

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