– कृषि दर्शन कार्यक्रम में युवा कृषक राजपूत ने किसानों को सलाह देते हुए कहा
देवास। आज की जरूरत जैविक खेती को अपनाने की है। केमिकल से निर्मित खाद न केवल हमारी धरती को बंजर कर रही है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर डाल रही है। हम फसलों में जैविक खाद का उपयोग करेंगे तो उत्पादन भी बेहतर होगा और जैविक खाद से उत्पन्न अनाज हमारी सेहत के लिए भी गुणकारी होगा।
मप्र शासन से विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित प्रगतिशील किसान धर्मेंद्रसिंह राजपूत ने ये विचार दूरदर्शन भोपाल द्वारा आयोजित कृषि दर्शन कार्यक्रम में किसानों को सलाह देते हुए व्यक्त किए। कृषक राजपूत ने किसानों से कहा, कि मैं स्वयं पिछले कई वर्षों से जैविक खेती कर रहा हूं। सिर्फ सात बीघा में मिश्रीत खेती करता हूं और सभी फसलों में उत्पादन भी औसत रूप से ठीक-ठाक बैठता है। इस बार रेजबेड पद्धति से सोयाबीन लगा रहा हूं। किसानों को भी इसी पद्धति का उपयोग कर सोयाबीन लगाना चाहिए। इस पद्धति से अधिक बारिश के दौर में भी नुकसानी की आशंका कम रहती है।
कृषक राजपूत ने कहा, कि कलेक्टर ऋषव गुप्ता के मार्गदर्शन में एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत बांस रोपण पर जोर दिया जा रहा है। किसानों को भी चाहिए कि वे अधिक से अधिक बांस रोपण करें। समय-समय पर मिट्टी परीक्षण करवाना चाहिए, जिससे मिट्टी के पौषक तत्वों की जानकारी हो सकती है। कृषक राजपूत ने पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे लगाने, ऊर्जा संरक्षण, टपक सिंचाई पद्धति का उपयोग करने सहित समस्त सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील किसानों से की।
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