धर्मदास गोशाला में कब्जे की नीयत से असामाजिक तत्वों ने डाली मुरम

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– कारण पूछने पर असामाजिक तत्वों ने गो सेवक पर किया जानलेवा हमला

देवास। सदगुरु कबीर धर्मदास गौशाला व धर्मशाला के लिए करीब 20 वर्ष पूर्व तत्कालीन कलेक्टर अशोक वर्णवाल ने भूमि आवंटित की थी। तब से निर्विवाद रुप से संचालन हो रहा था।

इसमें ऐसी गोमाता जो सड़क से हटाई गई हो, पाली जाती थी, लेकिन इस धर्मदास गौशाला जामगोद में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा गौशाला भूमि हड़पने की नीयत से गौशाला परिसर में मुरम डालकर जबरन भराव किया जा रहा है। इसकी जानकारी लगने पर गो सेवक पप्पू उर्फ रामसिंह जब शुक्रवार को गौशाला गए और देखा कि वहां मुरम डाली गई है। गो सेवक पप्पू उर्फ रामसिंह सेवक को देखकर आरोपितों ने गो सेवक से आने का कारण पूछा और कहा कि आज के बाद यहां कदम मत रखना। यह गौशाला तुम्हारी नहीं है और गाली गलौज करते हुए मारपीट करते हुए जानलेवा हमला कर दिया। अपनी जान की सुरक्षा करते हुए गोसेवक पप्पू वहां से भाग खड़ा हुआ। घटना की सूचना बीएनपी थाने में दर्ज करवाकर न्याय की गुहार की गई। सतगुरु कबीर धर्मदास गौशाला जाम गोद के सेवकों को कई वर्षों से परेशान किया जा रहा है। असामाजिक तत्वों द्वारा गौ सेवकों को शारीरिक मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा है। इसकी सूचना समय-समय पर थाना बीएनपी व अन्य उच्च अधिकारियों को अवगत कराते रहे, लेकिन कार्रवाई ना होने से असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। शुक्रवार को सुबह 10 बजे पप्पू उर्फ राम सिंह सेवक जामगोद गौशाला देखने गए। बाउंड्री के बाहर गुजराती ढाबे वाले अंकित, गणेश, सुंदर आदि लोग मिले। इन लोगों द्वारा गौशाला भूमि पर मुरम डंपर खाली करवाए गए। पप्पू द्वारा गणेश सुंदर से जानकारी चाही कि किसके कहने पर यह मुरम भराव किया जा रहा है तभी अंकित, गणेश, सुंदर एवं उसके यहां काम करने वाले नौकर ने गाली गलौज करते हुए पप्पू के साथ मारपीट की एवं जान से मारने की धमकी दी।कहा कि इस परिसर में कोई गो सेवक आ मत जाना नहीं तो ठीक नहीं होगा। इससे पहले भी गौशाला परिसर के आसपास लगे बड़े पेड़ कटवा दिए एवं गौशाला परिसर से सामान भी गायब करा दिया है। अवैध गतिविधियां संचालित की जा रही हैं, जिससे गो सेवक शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।

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