- प्लाट मालिक ने पेड़ को शिफ्ट करने के लिए स्वयं दिया आवेदन, कहा जो भी खर्च होगा करेंगे वहन
देवास। नगर निगम के पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रमों से आमजन में जागरूकता फैल रही है। इसका उदाहरण बुधवार को महापौर जनसुनवाई में भी देखने को मिला। यहां एक ऐसा आवेदन प्राप्त हुआ, जिसमें हरेभरे पेड़ को शिफ्ट करने की मांग प्लाट मालिक ने स्वयं की। प्लाट मालिक ने शिफ्टिंग में होने वाले खर्च को वहन करने की बात भी आवेदन में कही। नगर निगम में जनसुनवाई के दौरान कई आवेदन प्राप्त हुए। महापौर गीता दुर्गेश अग्रवाल ने आवेदनों के निराकरण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल भी जनसुनवाई में उपस्थित रहे। उन्होंने भी आवेदकों की समस्या सुनी और निराकरण का आश्वासन दिया।
पेड़ को बचाने का यह आवेदन में रुक्मणि रघुवंशी ने दिया है। रुक्मणि ने बताया कि हमारा प्लाट आनंद बाग में है। महापौरजी ने स्वयं 23 मई को पुत्र अखिलेश को भवन अनुज्ञा का प्रमाण पत्र दिया था। हमारे प्लाट के आगे नाले के पास इमली का पेड़ है। यह पेड़ हमारे प्लाट के सीमांकन में ही है। इस पेड़ को अन्यत्र शिफ्ट करवा दीजिए। इस कार्य में नगर निगम का जो भी खर्च होगा, उसे हम वहन कर देंगे। महापौर श्रीमती अग्रवाल ने इस आवेदन पर तत्काल कार्रवाई के लिए उद्यान प्रभारी को निर्देश दिए।
खाना बनाने का एक माह का वेतन नहीं मिला-
मल्हार कॉलोनी निवासी नेहा पति मनोज ने आवेदन दिया कि मैं साई मंंदिर के सामने दीनदयाल रसाेई पर खाना बनाने का काम करती थी। इसके लिए हर महीने 6 हजार रुपए मिलते थे, लेकिन एक माह का वेतन ठेकेदार नहीं दे रहा है। मैं मेहनत कर अपने परिवार का पालन कर रही हूं। वेतन नहीं मिलने से आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। महापौर ने इस संबंध में एनयूएलएम शाखा के अधिकारी को निराकरण के निर्देश दिए।
पड़ोसी ने लकड़ी काटने का कारखाना खोल लिया-
त्रिलोकनगर निवासी रामनाथ मांडले ने आवेदन में बताया कि मेरे पड़ाेसी ने मकान में लकड़ी का कारखाना खोल दिया है। लकड़ी काटने की मशीन से तेज शोर होता है और बुरादा भी हवा में उड़ता है। घर की दीवारों में कंपन होता है। इससे दीवार में दरारें आ रही है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। मशीन सुबह से रात तक चलती है।
अंबेडकर भवन की मरम्मत करवाएं-
इसी प्रकार सामाजिक कार्यकर्ता रामकिशन बंजारे व आरबी भाई पटेल ने अंबेडकर भवन की मरम्मत करवाने को लेकर आवेदन दिया। इन्होंने बताया, कि भवन को दुरुस्त कराने को लेकर कई बार टेंडर निरस्त हुए। भवन के क्षतिग्रस्त होने से कार्यक्रम करवाने में परेशानी होती है। इस ओर नगर निगम प्रशासन ध्यान दें। महापौर ने इस संबंध में नगर निगम लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया।
पार्षद ने स्वयं दिया आवेदन-
वार्ड क्रमांक 28 के पार्षद भूपेश ठाकुर ने वार्ड के बेक नालों की सफाई के लिए आवेदन दिया। उन्होंने आवेदन में बताया कि यहां के बड़े नालों की वर्षों से सफाई नहीं हुई है। बारिश आने पर घरों में पानी घुसता है। पूर्व में भी नगर निगम में संबंधित विभाग को अवगत कराया, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला। बारिश से पूर्व नालों की सफाई करवाई जाए। आवेदन में पार्षद ठाकुर ने सफाई नहीं होने पर वार्डवासियों के साथ आंदोलन की चेतावनी दी। महापौर ने सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया।
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