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नागपुर. सिविल लाइन्स परिसर में शासकीय कार्यालय परिसर में स्वच्छता का अभाव साफ नजर आता है. पुरानी इमारतों के साथ ही परिसर में खाली जगह भी काफी है लेकिन खाली जगह का उपयोग योग्य तरीके से नहीं हो रहा है. यही वजह है कि झाड़ियां उग आती है. इन झाड़ियों की वजह से असामाजिक तत्वों की सक्रियता भी बढ़ जाती है.
पिछले दिनों ओल्ड हाई कोर्ट इमारत परिसर में झाड़ियों की कटाई के बाद खुला-खुला लगने लगा है. इसी तरह विभागीय आयुक्त कार्यालय में भी कटाई-छंटाई के साथ ही सफाई की जानी चाहिए. तभी परिसर सुंदर दिखने लगेगा. एक ओर जहां जी-20 के लिए सिटी में सड़कों को चमकाया जा रहा है. दीवारों पर सुंदर पेंटिंग बनाई जा रही है.
जेब्रा क्रॉसिंग का भी लुक बदल गया है. वहीं दूसरी ओर शासकीय कार्यालय परिसर में अव्यवस्था का आलम बना हुआ है. ओल्ड हाई कोर्ट परिसर और विभागीय आयुक्त कार्यालय परिसर में काफी खुली जगह है पेड़ों की भरमार भी है. पिछले दिनों ओल्ड हाई कोर्ट परिसर में झाड़ियों की सफाई की गई. सफाई के बाद ‘जंगल’ जैसे दिखने वाला परिसर खुला हो गया है. इससे रात के वक्त असामाजिक तत्वों की सक्रियता भी कम हुई है. दरअसल परिसर में एक झोपड़ी बनाई गई है. यहां शाम के वक्त नशेड़ियों का जमघट लगा रहता था.
सौंदर्यीकरण पर दिया जाये ध्यान
विभागीय आयुक्त कार्यालय परिसर में भी पुराने पेड़ों की भरमार है. कई जगह झाड़ियों की वजह से जंगल जैसे नजारा दिखता है. पेड़ों की महीनों से कटाई-छंटाई नहीं की गई है. इस वजह से पेड़ों पर झाड़ियां लग गई है. भीतर जाने के बाद सन्नाटा होता है. ऐसी हालत में इस जगह का गलत उपयोग भी किया जा सकता है. कार्यालय बंद होने के बाद और शासकीय अवकाश के दिनों में कोई देखरेख नहीं होती.
जिस तरह से ओल्ड हाई कोर्ट परिसर में झाड़ियों की कटाई-छंटाई की गई, उसी तरह अब विभागीय आयुक्त कार्यालय में भी सफाई की जानी चाहिए. पेड़ों सहित झाड़ियों की कटाई होने से खुला-खुला लगेगा. साथ ही इस जगह सौंदर्यीकरण भी किया जा सकता है. उद्यान तैयार किये जाने से परिसर में सुंदरता लौट आएगी. वैसे भी शासकीय कार्यालयों में सौंदर्यीकरण के लिए सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग कार्यरत है. इस दिशा में जल्द पहल की जानी चाहिए.
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