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नागपुर. अनाज की ट्रेडिंग करने वाले 3 व्यापारियों और उनके नौकरों ने सिटी के राइस मिल संचालकों के साथ धोखाधड़ी की. 1.56 करोड़ रुपये का माल तो लिया लेकिन पेमेंट नहीं की. इसी बीच मुख्य आरोपी की मौत हो गई. इसके बाद भी अन्य आरोपी राइस मिल संचालकों से माल खरीदते रहे. रकम नहीं मिलने पर जांच पड़ताल की गई और धोखाधड़ी सामने आई. पुलिस ने पारडी निवासी सचिन लक्ष्मीनारायण अग्रवाल (38) की शिकायत पर 5 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया.
आरोपियों में दर्शन कॉलोनी, नंदनवन निवासी अमित विजय बानाबोकोड़े (38), सहदेव गोसावी, किशन सुदेश गोसावी, ईश्वरनगर निवासी साहिल प्रमोद मते (18) और पवनशक्ति नगर निवासी सागर प्रभाकर पराये (26) का समावेश हैं. 26 फरवरी को आरोपी अमित की मौत हो गई. पुलिस ने साहिल और सागर को गिरफ्तार कर लिया है जबकि गोसावी बंधुओं की तलाश जारी है. अमित आनंद ट्रेडिंग कंपनी चलाता था जबकि गोसावी बंधुओं की उमरेड रोड पर बालाजी एंड कंपनी नामक दूकान है. चावल की खरीदी-बिक्री का सारा व्यवहार अमित ही करता था. सचिन चावल की दलाली करते हैं.
राइस मिल से माल लेकर ट्रेडरों को बताते हैं. एक दोस्त के जरिए उनकी पहचान अमित से हुई थी. अमित ने अपनी कंपनी के बारे में बताया. शुरुआत में सचिन ने अमित को माल दिलवाया. 3-4 दिन में ही वह पेमेंट कर देता था. कई बार माल की खरीदी-बिक्री होने से राइस मिल संचालकों का विश्वास बढ़ गया 17 जनवरी से 27 फरवरी तक अलग-अलग 21 राइस मिल से 445 टन चावल बुलाया गया. पेमेंट नहीं मिलने के कारण राइस मिल वालों ने सचिन से संपर्क किया.
सचिन ने अमित की दूकान और गोदाम में जाकर जांच की तो सारा माल खाली होने का पता चला. पूछताछ में पता चला कि 26 जनवरी को ही अमित की मौत हो गई थी. इसके बाद भी 27 जनवरी को माल बुलाया गया. अमित के साथ काम करने वाले गोसावी बंधुओं ने उनके नौकर साहिल और सागर के साथ मिलकर गोदाम और दूकान का सारा माल खाली कर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया था.
व्यापारियों ने पुलिस से शिकायत की. अमित की मौत के बाद भी उसके नौकरों ने फोन का उपयोग कर व्यापारियों से माल बुलाया. पुलिस ने विविध धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. गोसावी की तलाश जारी है. उनके दूसरे गोदाम से पुलिस ने 25 टन चावल भी जब्त कर लिया है. प्रकरण की जांच इंस्पेक्टर नितिन पतंगे कर रहे हैं.
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