देवास में पहली बार नाक के कैंसर की जटिल सर्जरी कर निकाली गठान

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Amaltas hospital

देवास। एक महिला नाक में गंभीर कैंसर से पीड़ित थी। अमलतास अस्पताल में चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक एंडोस्कोपिक सर्जरी की। अब महिला को बीमारी से राहत मिली है। वह पूरी तरह से स्वस्थ है।

48 वर्षीय महिला, जो पिछले 8 महीनों से नाक की गंभीर समस्या का सामना कर रही थीं। अमलतास सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में सफल सर्जरी के बाद महिला को राहत मिली। नाक में गठान के कारण बायीं नाक पूरी तरह बंद हो गई थी और सिटी स्कैन, एमआरआई जांच में पाया गया कि नाक के अंदर का मांस तेजी से फैल रहा था। इससे न केवल सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, बल्कि नाक से खून और पानी का बहाव भी हो रहा था।

समस्या इतनी बढ़ गई थी कि यह मास बायीं आंख तक पहुंचने लगा, जिससे आंख से पानी आना शुरू हो गया और आंख की रोशनी पर भी खतरा मंडराने लगा। समय पर हस्तक्षेप करते हुए अमलतास अस्पताल के डॉक्टरों ने दूरबीन पद्धति से बिना चीरा लगाए एंडोस्कोपिक सर्जरी की। यह सर्जरी महिला के लिए और भी जटिल थी क्योंकि वह पहले से ही थायराइड की बीमारी से ग्रस्त थीं।

अस्पताल के ईएनटी विशेषज्ञ एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अजय करकरे, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजीव गुप्ता और डॉ. अंशुल शर्मा, दंत एवं जबड़ा रोग विशेषज्ञ डॉ. योगेश लोक्ष की टीम ने 2 घंटे के भीतर यह जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा किया। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को साईनोनेसल एडिनो कार्सिनोमा कैंसर था, जो बेहद दुर्लभ होता है। उन्होंने मरीज की आंखों और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाए बिना पूरी गठान को हटा दिया। अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है।

अमलतास अस्पताल के चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया ने बताया, कि अमलतास सुपर स्पेशलिटी के अनुभवी चिकित्सकों द्वारा दी गई अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं के कारण अब मरीजों को महानगरों पर निर्भर नहीं होना पड़ता है। यह हमारे लिए गर्व की बात है।

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