समय पर अपने कक्ष में नहीं मिलती महिला चिकित्सक, गर्भवती माताओं की हो रही फजीहत
देवास। नगर जनहित सुरक्षा समिति द्वारा नवागत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सरोजनी जेम्स बैक का स्वागत कर जिला अस्पताल में व्याप्त विभिन्न मुख्य समस्याओं को लेकर आवेदन दिया गया।
आवेदन में बताया गया कि अधिकतर मरीजों को इंदौर रेफर कर दिया जाता है, जिससे मरीजों को जान का खतरा रहता है। आर्थिक हानि भी होती है। सोनोलॉजिस्ट नहीं होने से गर्भवती माताओं को प्राइवेट पैथोलॉजी में मजबूरन जांच कराना पड़ती है। जो माताएं आर्थिक रूप से सक्षम हैं वे तो अपनी जांच करवा लेती हैं, लेकिन जो गरीबों एवं मध्यमवर्गीय माताएं हैं उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अस्पताल में आएदिन विवाद होते रहते हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं है। अधिकतर महिला चिकित्सक समय पर अपने कक्ष में उपलब्ध नहीं रहती हैं, जिससे गर्भवती माताओं को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस तरह से माताएं इधर से उधर अस्पताल में भटकती रहती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने समिति सदस्यों को अस्पताल में व्याप्त विभिन्न समस्याओं के शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया। समिति के अनिलसिंह बैस, विनोदसिंह गौड़, सुनीलसिंह ठाकुर, सुभाष वर्मा, सुरेश रायकवार, तकीउद्दीन काजी, दीपक मालवीय आदि उपस्थित थे।
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