धर्म-अध्यात्म

श्री गोवर्धन महाराज…महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो….

– भजनों पर भाव विभोर हुए भक्त, भक्ति के आगे थकान हुई नतमस्तक

– मां चामुंडा मां तुलजा भक्त मंडल के सदस्यों ने की 21 किमी लंबी गिरिराज जी की परिक्रमा

देवास। श्री गोवर्धन महाराज…महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहो…., छटा तेरी तीन लोक से न्यारी है श्री गोवर्धन महाराज…, तू एक बार आजा गिरिराज की शरण में… जैसे भजनों पर मां चामुंडा मां तुलजा भक्त मंडल के सदस्य जब ब्रज यात्रा में गिरिराज जी की परिक्रमा पर निकले तो स्थानीय लोगों ने भी फूल बरसाते हुए अपना उत्साह व्यक्त किया। देवास के भक्त मंडल के 350 से अधिक सदस्य गिरिराज जी की इस 21 किमी की परिक्रमा में शामिल हुए।

भक्त मंडल की यह परिक्रमा रविवार को सुबह 8.45 बजे बाबा की आरती के साथ प्रारंभ हुई। परिक्रमा में पुरुष वर्ग श्वेत वस्त्र, पगड़ी, दुपट्टा व लाल जैकेट पहने हुए थे, जबकि महिलाएं लाल साड़ी, दुपट्टा व पगड़ी धारण किए हुए थीं। परिक्रमा में बैंड-बाजे के साथ ही रथ पर राधाकृष्ण की बड़ी तस्वीर रखी गई। भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में ओतप्रोत होकर मंडल के सदस्यों ने भजनों पर नृत्य किया। इस लंबी परिक्रमा में भक्ति चरम पर नजर आई। भक्त कुछ मांगना नहीं चाहते थे, क्योंकि वे भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में तल्लीन हो चुके थे। उनकी भक्ति के आगे थकान नतमस्तक हो गई। भक्त मंडल के सदस्यों ने परिक्रमा मार्ग पर कई स्थानों पर गोमाता एवं वानरों को फल भी खिलाए। गोविंद कुंड, पूंछरी का लौटा, जतिपुरा, राधाकुंड, कुसुम सरोवर, मानसी गंगा, दानघाटी आदि में दर्शन-पूजन करते हुए शाम करीब पांच बजे परिक्रमा का समापन हुआ।

इससे एक दिन पूर्व भक्त मंडल ने गोविंद कुंड पर आकर्षक फूल बंगला सजाया, पंचामृत अभिषेक व पूजन किया। छप्पन भोग लगाया। यहीं पर वानर सेना एवं गोमाता के लिए अन्नकूट की व्यवस्था की। इसके बाद राधारानी की नगरी बरसाना में दर्शन किए। शाम को वृंदावन में बांके बिहारी के दर्शन किए। भक्त मंडल की यह वार्षिक सामूहिक यात्रा थी। सोमवार को सुबह भक्त मंडल के सदस्यों का देवास आगमन हुआ। यात्रा में भक्त मंडल के दुर्गेश अग्रवाल, राजीव खंडेलवाल, धर्मेंद्रसिंह बैस, गणेश पटेल, जितेंद्र मकवाना, विपुल अग्रवाल, मुकुल अग्रवाल, राम यादव, कैलाश दशोरे, देवेंद्र बंसल, मुकेशसिंह चौहान, विष्णु पटेल, संजय शर्मा, आशीष अग्रवाल, आलोक अग्रवाल, राज वर्मा, मोहनदास बैरागी सहित इंदौर, उज्जैन, रतलाम, आगर, मंदसौर, झाबुआ और अन्य स्थानों के भक्त भी शामिल रहे।

गिरिराज जी प्रत्यक्ष देवता-

भक्त मंडल के दुर्गेश अग्रवाल ने बताया गिरिराज जी प्रत्यक्ष देवता हैं। उनकी परिक्रमा से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। हमारा मंडल पिछले 10 वर्षों से गिरिराज जी की परिक्रमा के लिए आ रहा है। समय के साथ भक्त मंडल में सदस्यों की संख्या बढ़ती जा रही है। गिरिराज जी से सभी की सुख-शांति, समृद्धि-खुशहाली के लिए मनोकामना की।

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