राजनीति

निर्दलीय बिगाड़ सकते हैं समीकरण


कांग्रेस से मनीषा चौधरी ने जमा किया फार्म
भाजपा से आशा बांगर भी फार्म जमा करने की तैयारी में
देवास।
नगर निगम चुनाव में इस बार निर्दलीय प्रत्याशियों की भी अहम भूमिका रहेगी। ये प्रत्याशी किसी भी पार्टी का गणित-समीकरण बिगाड़ सकते हैं। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दल में असंतुष्ट दावेदार निर्दलीय रूप में नामांकन भरने का मन बना रहे हैं। आज कांग्रेस के कद्दावर नेता शिवा चौधरी की पुत्रवधु मनीषा दीपक चौधरी ने महापौर पद के लिए निर्दलीय रूप से नामांकन फार्म जमा किया। टिकट के दावेदारों में प्रमुख रूप से उनका नाम शामिल था। जब उन्हें टिकट नहीं मिला तो उन्होंने फार्म जमा कर पार्टी के खिलाफ झंडा बुलंद कर दिया।
मनीषा चौधरी का परिवार वर्षों से कांग्रेस पार्टी में समर्पित भाव से सेवा करते आ रहा है। उनके द्वारा पिछले कई महीनों से चुनाव की तैयारी की जा रही थी। उन्हें पूर्ण उम्मीद थी कि पार्टी उनके सेवा कार्यों को देखते हुए टिकट देगी, लेकिन जब टिकट नहीं मिली तो आज निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में फार्म जमा कर दिया। फार्म जमा करने के दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उनके साथ थे। दोपहर एक बजे केदारेश्वर महादेव मंदिर में उन्होंने दर्शन किए। इसके बाद जन समूह के साथ हैबतराव मार्ग, महेश टाकिज, सुभाष चौक, जनता बैंक चौराहा, पुराना बस स्टैंड, नॉवेल्टी चौराहा, तहसील चौराहा होते हुए रैली के रूप में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां महापौर पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। मार्ग में मनीषा चौधरी का कई स्थानों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।

आशा बांगर भी भरेंगी फार्म-
इधर वरिष्ठ नेता दिलीप बांगर की पत्नी आशा बांगर ने भी भाजपा संगठन से महापौर पद के लिए टिकट की मांग की थी, लेकिन उन्हें भी टिकट नहीं मिला। ऐसे में वे भी महापौर पद के लिए फार्म भरने की घोषणा कर चुकी है। उनका कहना है कि पार्टी में हमने समर्पित कार्यकर्ता के रूप में कार्य किया है। मैंने पार्षद के रूप में क्षेत्र का पूर्ण विकास करवाया। शासन की योजनाओं का लाभ जनता को दिलवाया। हमने पार्टी से टिकट मांगा था, हमें टिकट नहीं मिला है। पार्टी को अपना निर्णय बदलना चाहिए। ऐसा नहीं होता है तो हम महापौर प्रत्याशी के रूप फार्म भरेंगे और पूरी क्षमता के साथ चुनाव लड़ेंगे। आशा बांगर के पति दिलीप बांगर ने भी टिकट वितरण को लेकर असंतोष जाहिर करते हुए कहा कि टिकट फिल्ड में कार्यरत भाजपा नैत्री को दिया जाना था। सक्रिय कार्यकर्ता को टिकट नहीं दिया जाना कहीं न कहीं असंतोष उत्पन्न करता है। हम फार्म महापौर प्रत्याशी के रूप में फार्म अवश्य जमा करेंगे।

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