– जलस्त्रोत दूर होने या स्थाई बिजली सेवा नहीं होने पर दिया जा रहा अस्थाई कनेक्शन
इंदौर। गेंहू, चने, मटर व अन्य सहयोगी फसलों का समय यानि रबी सीजन में मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी की ओर से किसानों की हरसंभव मदद की जा रही है। मालवा और निमाड़ के साढ़े 14 लाख किसानों को प्रतिदिन दस घंटे बिजली उपलब्ध कराई जा रही है, वहीं जिन दूर दराज के जिन किसानों के पास सिंचाई के लिए स्थाई बिजली कनेक्शन नही है, उन्हें अस्थाई कनेक्शन प्रदान दिए जा रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक रबी सीजन में 81 हजार किसानों को अस्थाई बिजली कनेक्शन प्रदान किए गए हैं।
मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि मालवा निमाड़ कृषि प्रधान इलाका है, इसलिए बिजली कंपनी के लिए रबी सीजन बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने बताया कि राज्य शासन के आदेशानुसार कंपनी रबी सीजन में किसानों को दस घंटे दैनिक बिजली आपूर्ति कर रही है। सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि जिन किसानों के पास स्थाई कनेक्शन नहीं है, उन्हें अस्थाई कनेक्शन प्रदान किए जा रहे है, ताकि वे विधिवत कनेक्शन के माध्यम से सिंचाई कर पाए, फसल उत्पादन में अपनी भूमिका निभाएं। अब तक लगभग 81 हजार किसानों को स्थाई कनेक्शन दिए गए है, ताकि रबी सीजन में वे वैकल्पिक जलस्त्रोत से सिंचाई कार्य कर सके। तीन हार्स पावर की मोटर के लिए चार माह के सिंचाई कार्य के अस्थाई कनेक्शन के मात्र 7042 रूपए ही लिए जा रहे है।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि स्थाई कनेक्शन मौजूदा कनेक्शन से दूर अन्य जलस्त्रोत, नदी, तालाब से पानी लाने के लिए या स्थाई कनेक्शन नहीं होने पर दिया जा रहा है।
इंदौर ग्रामीण सर्कल में इस तरह के अस्थाई कनेक्शन 4700 हो चुके हैं। खंडवा में 8500, धार में 6500, झाबुआ सर्कल में 9000, उज्जैन में 9700, रतलाम में 5600, देवास में 7050, खरगोन में 4000, शाजापुर में 4500, मंदसौर में 8100, बड़वानी 3200, बुरहानपुर 4500 , नीमच में 3400, आगर में 2725 किसानों को रबी की सिंचाई कार्य के लिए अस्थाई कनेक्शन नियमानुसार दिए गए है। किसानों के लिए अस्थाई बिजली कनेक्शन देने का यह महत्वपूर्ण कार्य अब भी जारी है।
कम राशि में भी ली जा सकती हैं फसल-
किसानों को स्थाई कनेक्शन के लिए अपेक्षाकृत ज्यादा राशि चुकाना होती है, क्यों कि यह कार्य वर्षभर की बिजली आपूर्ति एवं स्थाई संसाधनों के लिए होता हैं। सिर्फ चार माह तक के लिए अस्थाई कनेक्शन लेने के लिए देय योग्य राशि अपेक्षाकृत काफी कम होती है, इस तरह कम राशि चुकाकर, विधिवत अस्थाई बिजली लेकर रबी फसल आसानी से ली जा सकती है। बिजली कंपनी के लिए भी अस्थाई कनेक्शन चोरी रोकने में मदद, राजस्व प्राप्ति और सही लोड की गणना के हिसाब से बहुत कारगर साबित होते हैं।
Leave a Reply