भोलेनाथ का भूतेश्वर महादेव के रूप में किया विशेष श्रृंगार
महेश्वर से दौड़ती कावड़ यात्रा का हुआ आगमन, महादेव का किया जलाभिषेक
कावड़ यात्रा में गूंज रहे बोल बम के जयकारे
बेहरी (हीरालाल गोस्वामी)।
सावन माह में कावड़ यात्रा निकालने का दौर चल रहा है। सभी दूर बोल बम के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। सावन माह के दूसरे सोमवार को श्रद्धालु भोले की भक्ति में डूबे रहे।
बेहरी महादेव मंदिर में कावड़ यात्रियों ने जल से अभिषेक किया। महेश्वर से बेहरी तक दौड़ती कावड़ यात्रा आई। 10 घंटे में 22 शिव भक्त करीब 160 किलोमीटर तय कर गांव पहुंचे। महादेव मंदिर बेहरी में जल से अभिषेक किया। गांव की सुख-समृद्धि की कामना कर आरती उतारी, प्रसाद वितरण किया।
जुगल सागर, विष्णु राधेश्याम, जितेंदर, गोलू, संतोष, विनोद, पवन, शिवराज, हरिओम राहुल, राजेंद्र उपाध्याय आदि ने कावड़ यात्रियों का सहयोग किया।
भगवान भोलेनाथ का भूतेश्वर महादेव के रुप में आकर्षक श्रृंगार किया गया। सोमवार को शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो था, जो देर शाम तक जारी रहा। बेहरी के प्राचीन महादेव मंदिर में स्थित शिवलिंग का पं. हरीश उपाध्याय ने भूतेश्वर महादेव के रूप में श्रृंगार किया। भोमियाजी मंदिर, महादेव मंदिर सहित अन्य शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
कावड़ यात्राएं निकल रही-
सोमवार को धाराजी से बेहरी के महादेव मंदिर तक कावड़ यात्रा निकाली गई। यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई। वही नगर में दिनभर कावड़ यात्रा से आने वाले कावड़ियों का जत्था गांव में पहुंचा गांव में पहुंचा, जिससे वातावरण धर्ममयी हो गया
शाम को निकली दूसरी सवारी-
शाम को बोल बम कावड़ यात्रा के तत्वावधान में दूसरी शंकर सवारी निकाली गई। जिसमें बाबा महादेव ने ढोल-ताशे के साथ गांव में भ्रमण किया। सवारी गांव के प्रमुख मार्गों से होकर रात करीब 8 बजे मंदिर पहुंची। जहां पं. उपाध्याय ने महाआरती के बाद प्रसाद वितरण किया।
इस बार नगर में भोलेनाथ की कुल 7 झांकियां निकलेंगी। अंतिम शाही सवारी 2 सितंबर को निकलेगी, जिसमें 5 अखाड़े व 8 झिलमिलाती झांकियां साथ रहेगी।
2 सितंबर को बेहरी में निकलने वाली अंतिम शाही सवारी में इस बार बोल बम कावड़ यात्रा भक्त मंडल की झांकी का निर्माण होगा। भोलेनाथ की अंतिम शाही सवारी में मण्डल की आकर्षक झांकी निकालने का निर्णय हुआ है।
जय श्री महाकाल