बच्चों के संस्कार में आना चाहिए कि जल अमृत है, इसे व्यर्थ न बहाए – मंत्री कैलाश विजयवर्गीय
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री विजयवर्गीय अमृत संचय अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल
देवास। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय मल्हार स्मृति मंदिर देवास में ‘’अमृत संचय अभियान’’ के तहत आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि एक समय था जब देवास में पानी की बहुत समस्या थी। पानी का संकट देवास की जनता ने देखा है। देवास में जन भागीदारी से पानी बचाने के लिए सभी को बधाई।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि जन भागीदारी से किये जा रहे कार्य सफल हो रहे है। देवास में अच्छा कार्य हुआ है। किसी भी कार्य को सफल होने के लिए जन भागीदारी होना आवश्यक है। जन भागीदारी से स्वच्छता में इंदौर लगातार प्रथम आ रहा है, स्वच्छता इंदौर के बच्चों के संस्कार में आ गया है। देवास के सभी बच्चों के संस्कार में आना चाहिए कि जल अमृत है, इसे व्यर्थ न बहाये, ऐसा करने से देवास देश को मार्गदर्शन करने वाला शहर बन जाएगा।
मंत्री श्री विजयवर्गीय ने कहा कि जल के संचय के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाये। इंदौर में 51 लाख पेड़ जन भागीदारी से लगाए हैं। पेड़ जड़ों के माध्यम से पानी जमीन में पहुंचता है। एक पीपल का पेड़ 10 हजार से 1 लाख लीटर पानी जमीन में पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि नर्मदा के किनारे नगरीय निकायों में एसटीपी लगाने का कार्य किया जाएगा। श्री विजयवर्गीय ने एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत मल्हार स्मृति मंदिर में पौधारोपण भी किया।
राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री विज्ञान भारती प्रवीण रामदास ने कहा कि भूमिगत जल प्रदूषित होने से बीमारियां हो रही है। देवास में जन भागीदारी से चलाया जा रहा अमृत संचय अभियान एक उदाहरण है। मालवा की जनता यह नहीं सोचती की सरकार करेगी जब ही हम करेंगे। जन भागीदारी से किस प्रकार कार्य किया जाता है, देवास की जनता उदाहरण पेश किया है।
विधायक गायत्री राजे पवार ने कहा कि देवास की जनता सकारत्मक विचार रखती है। देवास में पानी के संकट को झेला है। देवास में एक समय था जब दूर-दूर से पानी लाना पड़ता था। देवास में इंदौर से नर्मदा मैया का पानी लाना पड़ता था। क्षिप्रा पर डेम बनाया गया है अब बिना मोटर के घरों में तीसरी मंजिल पर पानी चढ़ रहा है। हमें फिर उसे संकट को नहीं झेलना है। हमें अमृत संचय करना है, अगले साल तक हमें 01 हजार करोड़ लीटर वर्षा का जल बचाना है। देवास में घर-घर जाकर नागरिकों को जागरूक किया गया और आज हम इस लक्ष्य तक पहुंचे हैं। हमें संकल्प लेना होगा कि पानी व्यर्थ नहीं बहायेंगे और बारिश के जल को बचाएंगे।
कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने कहा कि हर्ष का विषय है कि 100 दिन पहले अमृत संचय अभियान शुरू हुआ। अभियान की शुरुआत में हमने सोचा भी नहीं था कि हम 100 करोड़ लीटर पानी बचाया सकते हैं, पर आज हम 225 करोड़ लीटर पानी बचाने के लक्ष्य तक पहुंचे हैं। कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि मालवा की जनता इतनी अच्छी है कि एक कदम बढ़ाते हैं तो यहां की जनता 10 कदम आगे बढ़ाती है। हमारा लक्ष्य हर वर्ष 01 हजार करोड़ लीटर वर्षा का जल संचय करने का है।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने कहा कि जिले में बोरी बंधान का कार्य किया जा रहा है। उसके लिए 01 हजार स्थानों का चिन्हांकन किया गया है। देवास जिले में मियांवाकी पद्धति से प्लांटेशन किया जा रहा है। क्षिप्रा नदी से आसपास लगने वाले 104 ग्रामों में सोकपीट बनाये जा रहे हैं। क्षिप्रा नदी के आसपास से अतिक्रमण हटाकर पौधारोपण कार्य किया जा रहा है। जिले में मत्स्य पालन को प्रमोट किया जा रहा है। तालाबों में मत्स्य पालन के लिए यूजर ग्रुप बनाए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में अमृत संचय का संकल्प दिलाया गया। अमृत संचय अभियान में सहभागी बनने वाले संगठनों और नागरिकों को सम्मानित किया गया। विज्ञान भारती फोल्डर का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम में सुनील चतुर्वेदी ने अमृत संचय अभियान से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देवास में आज 225 करोड़ लीटर वर्षा का जल सहजने का लक्ष्य हासिल किया है। हमने 100 दिन में यह उपलब्धि हासिल की है। हमारा लक्ष्य 01 हजार करोड़ लीटर पानी बचाने का है। देवास में जन आंदोलन के रूप में अभियान चलाया गया है।
कार्यक्रम में शाजापुर विधायक अरूण भीमावत, महापौर गीता अग्रवाल, सभापति नगर निगम रवि जैन, राजीव खंडेलवाल, दुर्गेश अग्रवाल, सुमेर सिंह दरबार सहित अन्य जनप्रतिनिधि, सीईओ जिला पंचायत हिमांशु प्रजापति, एडीएम प्रवीण फुलपगारे, एएसपी जयवीरसिंह भदौरिया, नगर निगम आयुक्त रजनीश कसेरा, संयुक्त कलेक्टर प्रियंका मिमरोट, एसडीएम बिहारी सिंह सहित अमृत संचय टीम एवं देवास के गणमान्य नागरिकगण उपस्थित थे।