किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरते हुए मरीज को अमलतास के डॉक्टर ने दिया नया जीवन
देवास। सफलतापूर्वक इलाज का पहला नाम अमलतास अस्पताल, जहां कई लोगों को नया जीवन मिला है। देवास में अमलतास लोगों के जीवन में वरदान साबित हो रहा है।
किडनी रोग विभाग के प्रख्यात विशेषज्ञ डॉ. जय अरोरा, डॉ. सुनील यादव एवं उनकी टीम ने मरीज उमेन को एक नया जीवन दान दिया। मरीज उमेन उम्र 22 वर्ष बहुत ही कम उम्र में गंभीर बीमारी की चपेट में आ गया। वह 1 वर्ष से पथरी की बीमारी से पीड़ित था। 8 दिन पहले उसे तेज बुखार, तेज पेट दर्द के साथ पेशाब की मात्रा में कमी एवं सांस लेने में तकलीफ भी बढ़ गई थी। गंभीर अवस्था में उसे अमलतास अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया। चिकित्सा परामर्श के बाद उचित जांचे की गई। सभी जांच हैरान करने वाली थी, जिसमें खून की जांच में हीमोग्लोबिन 3 ग्राम, क्रिएटिन 14.5 पाया गया। दरअसल, सामान्य क्रिएटिनिन लेवल 0.7-1.4 होता है। इस स्थिति में मरीज को तुरंत खून चढ़ाया गया एवं डायलिसिस किया गया। मरीज का सिटी एब्डोमेन जांच में राइट साइड किडनी में सुजन एवं पस एवं लेफ्ट साइड किडनी में सुजन के साथ किडनी के निचले हिस्से में पस का फोड़ा एवं पेशाब की थैली में 8 CM की पथरी पायी गई। जिसके लिए मूत्र एवं पथरी रोग विशेषज्ञ को दिखाया गया एवं दोनों किडनी में तार (DJ STONE) डाले गए एवं लेफ्ट साईड में लगभग 2 लीटर पस निकाला गया एवं पेशाब की थैली से पथरी को भी सफलतम बाहर निकाला गया। यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे संस्थान की यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और ऐनेस्थेसिया विभाग की संयुक्त टीम ने सफलतापूर्वक पूरा किया। सर्जरी पश्चात् अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ है एवं सभी जांच सामान्य होने के बाद मरीज का डायलिसिस भी बंद कर दिया गया। मरीज के परिजन ने किडनी रोग विभाग के सभी डॉक्टर एवं स्टाफ का धन्यवाद दिया एवं आयुष्मान योजना के अंतर्गत निशुल्क इलाज के लिए शासन का आभार व्यक्त किया। अमलतास के चेयरमैन मयंकराजसिंह भदौरिया ने डॉक्टर टीम को बधाई दी। हमारा प्रयास है, कोई भी मरीज परेशान ना हो। अमलतास हर संभव प्रयास कर मरीज को अच्छा इलाज दिलाने के लिए तत्पर है।